Hindi x kahani पत्नी की 1 सहेली की ताबड़तोड़ चुदाई free sex

पत्नी की 1 सहेली की ताबड़तोड़ चुदाई Hindi x kahani

hindi x kahani: मेरी यह बेस्ट सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मेरी पत्नी शहर के कॉलेज में अध्यापिका है. उसकी सहेलियों में से एक हमारे घर के पास ही रहती है. मैं उससे नजदीकी बढ़ाना चाहता था. बात कैसे बनी?

मैं विकास प्राधिकरण में अभियन्ता हूँ और मेरी पत्नी शहर के एक प्रतिष्ठित इण्टर कॉलेज में अध्यापिका है.

मेरी पत्नी करीब 22 वर्ष से अध्यापन कर रही है और शहर के तमाम विद्यालयों में पढ़ा चुकी है, इसलिये उसकी अध्यापक सहेलियों की संख्या अनन्त है.
इन्हीं सहेलियों में से एक है, दिव्या त्रिपाठी.

दिव्या का घर हमारे घर के पास ही है. दिव्या के पिता किसी प्राइवेट कम्पनी से रिटायर्ड हैं. उसका एक शादीशुदा भाई है जो अपनी पत्नी के साथ इस परिवार से अलग रहता है.

दिव्या के घर में उसके अलावा उसके माता पिता रहते हैं. दिव्या की उम्र करीब 30 साल है, लम्बा ऊंचा कद, भरा बदन और गोरा रंग है. दिव्या की चूचियों का साइज 36 और चूतड़ों का 42 इंच होगा.

दस साल पहले दिव्या और मेरी पत्नी एक ही स्कूल में थीं फिर अलग अलग स्कूलों में चली गईं. अलग अलग स्कूल होने के बावजूद दोनों घरों में आना जाना बरकरार था.

एक दिन दिव्या ने फोन करके मेरी पत्नी से एक स्कूल की जानकारी चाही तो मेरी पत्नी ने कहा, मेरी जानकारी में नहीं है, इनसे पूछकर बताती हूँ.
मेरी पत्नी ने मुझसे पूछा तो मैंने बताया- हां, वहीं पास में मेरी साइट चल रही है.
पत्नी ने बताया कि दिव्या को वहां से कॉल आई है, लोकेशन समझना चाहती है.

मैंने कहा- उससे कह देना, मुझसे बात कर ले, मैं समझा दूंगा.

अगले दिन दिव्या का फोन आया, वो मुझे जीजा जी कहती थी.

उसने मुझसे पूछा तो मैंने उसे लोकेशन समझाई और यह भी कहा कि तुम परेशान न हो, मेरी साइट उधर ही है, मैं तुम्हें ले चलूंगा.
दरअसल मैं बहुत दिनों से दिव्या से नजदीकियां बढ़ाने की फिराक में था.

थोड़ी नानुकुर के बाद दिव्या मेरे साथ चलने के लिए तैयार हो गई. मैं उसे वहां ले गया और इण्टरव्यू के बाद वापस ले आया. लौटते समय हम लोग रेस्टोरेंट भी गये और खाया पिया.

बातचीत के दौरान मुझे पता चला कि दिव्या को मेंहदी लगाने का बड़ा शौक है और बड़ी डिजाइनर मेंहदी लगाती है.

कुछ दिन बाद मुझे इन्टरनेट पर मेंहदी के कुछ डिजाइन अच्छे लगे तो मैंने दिव्या को व्हाट्सएप कर दिये.
“थैंक्यू जीजा जी.” लिखकर उसने जवाब दिया.

अब मैं उसे यदाकदा मेंहदी के डिजाइन या गुड मॉर्निंग टाइप मैसेज भेजने लगा, कभी जवाब आता, कभी नहीं आता.

एक दिन दिव्या ने एक जोक भेजा तो मैंने भी एक जोक भेज दिया.
एक दिन मैंने एक द्विअर्थी जोक भेज दिया तो उसने कुछ रिस्पांस नहीं दिया.
दो दिन बाद मैंने वैसा ही एक जोक भेजा तो उसने स्माइली भेज दी.

अब मैं उसे द्विअर्थी और नॉनवेज जोक भेजने लगा. धीरे धीरे मामला अश्लील क्लिप्स तक आ गया.
इस बीच वो जब भी हमारे घर आती या हम उसके घर जाते, वो बातचीत में गरिमा बनाये रखती.

एक दिन दिव्या का फोन आया, जीजा जी नमस्ते कहने के बाद उसने पूछा- क्या कर रहे हैं?
“तुम्हारा इन्तजार.”
“हमारा इन्तजार क्यों? आपके पास इन्तजार करने के लिए एक है तो.”
“वो अपनी जगह, तुम अपनी जगह.”
“ना ना, हमारी कोई जगह नहीं है, आपके यहाँ.”
“ये तुम कह रही हो ना. हमारे दिल से पूछो, कितनी जगह है तुम्हारे लिए. खैर छोड़ो फोन क्यों किया था?”

“मेरा एक सुन्दर सा सीवी बना दीजिये.”
“आ जाओ, डिटेल दे दो, सीवी तो इतना आकर्षक बना दूंगा कि देखती रह जाओगी. लेकिन फीस देनी पड़ेगी.”
“कितनी?”
“कितनी नहीं, ये पूछो क्या फीस देनी पड़ेगी.”
“क्या फीस देनी पड़ेगी, जीजा जी?”
“जो तुम्हारे पास होगी, वही तो दोगी.”
और हम दोनों हंस दिये.

अगले दिन मेरी पत्नी स्कूल चली गई तो मैंने दिव्या को फोन किया कि अगर अभी डिटेल्स दे जाओ तो मैं आज तुम्हारा सीवी बना लाऊंगा.
“अभी? अभी तो मैं नहाई भी नहीं हूँ.”
“तो मुझे कौन तुम्हारी फोटो खींचकर चिपकानी है.”
“अच्छा आ रही हूँ.”

करीब बीस मिनट बाद दिव्या आई और उसके बालों से टपकते पानी ने बताया कि वो नहाकर आई थी.

दिव्या ने एक फोल्डर में से कुछ फोटोकॉपी मुझे दीं और कहा- थोड़ा स्टाइलिश बनाइयेगा.
“बना देंगे, साली साहिबा. पहले फीस तो लाओ.”
“क्या फीस चाहिए, बताइये?”
“तुम्हारे बालों से जो पानी की बूंदें गिर रही हैं, ये हमारे चेहरे पर गिरा दो बस.”

दिव्या ने अपने बाल झटके और पानी की बूंदें मेरे चेहरे पर गिराते हुए बोली, ये लीजिए.
“ऐसे न करो, यार!! कुछ इस तरह टपकाओ!” कहकर मैंने अपना चेहरा दिव्या की चूचियों पर रखा और उसके बाल झटकने लगा.
मैंने दिव्या से कहा- बस ऐसे ही धीरे धीरे अपनी जुल्फें झटकती रहो.

दिव्या अपने बाल झटकने लगी तो मैं उसके चूतड़ सहलाने लगा. मैंने दिव्या को अपनी बांह़ों में भर लिया और उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिये.
मुझसे अलग होने की कोशिश करते हुए दिव्या बोली- जीजा जी, अभी जाने दीजिये, मैं बाद में आ जाऊंगी.
दिव्या की चूचियां अपने सीने से सटाकर उसके चूतड़ों को मैंने अपनी ओर दबाया तो मेरा लण्ड दिव्या की चूत से सट गया.
“बस दिव्या, ज्यादा देर नहीं लगेगी!” कहते हुए मैंने दिव्या का कुर्ता ऊपर उठाकर उसकी ब्रा का हुक खोल दिया. दिव्या के कबूतर आजाद हो चुके थे.

मैंने जैसे ही दिव्या की चूची अपने मुंह में ली, उसने खुद को ढीला छोड़ दिया और मेरा आगे का काम आसान कर दिया.

Patni ki sehali ki tabadtod chudai - hindi x kahani

दिव्या को लेकर मैं बेडरूम में आ गया और उसकी सलवार उतार दी. मैंने दिव्या की पैन्टी उतारने की बहुत कोशिश की लेकिन वो राजी नहीं हुई. मैं अपनी टी शर्ट उतारकर दिव्या के बगल में लेट गया और उसकी चूचियां चूसने लगा. उसकी चूचियां चूसते चूसते मैंने उसकी चूत पर हाथ फेरना शुरू किया.

दिव्या की चूत पर हाथ फेरने से उसकी चूत गीली होने लगी और उसने अपनी टांगें फैला दीं. पैन्टी के ऊपर से ही चूत को रगड़ रगड़कर इतना गीला कर दिया कि दिव्या बुरी तरह से चुदासी हो गई.
जब उससे नहीं रहा गया तो बोली- जीजा जी, जो करना है, जल्दी कर लो, मुझे वापस घर भी जाना है.
दिव्या के होंठों पर होंठ रखते हुए मैंने उसकी पैन्टी नीचे खिसकाई तो वो मेरे होंठ चूसने लगी.
दिव्या की नंगी चूत पर मैंने हाथ फेरा तो काफी बड़े बड़े बाल थे.

मैंने अपना लोअर उतारा और अपने लण्ड पर कॉण्डोम चढ़ाकर दिव्या की टांगों के बीच आ गया. भूरे घुंघराले बालों से भरी चूत के लबों को फैलाकर मैंने अपने लण्ड का सुपारा रख दिया और दिव्या से चूतड़ ऊपर उठाने को कहा. दिव्या के चूतड़ उचकाने से लण्ड का सुपारा थोड़ा सा अन्दर गया था, वो वापस बाहर आ गया.

मैंने उसे फिर से कहा कि चूतड़ उचकाकर इसे अन्दर ले लो.
दिव्या बार बार चूतड़ उचकाकर लण्ड को अन्दर लेने की कोशिश कर रही थी लेकिन ऐसे कहां होने वाला था.
काफी कोशिश के बाद बोली- हमसे न हो पायेगा, जीजू.

मैंने दिव्या के चूतड़ों के नीचे तकिया रख दिया और अपने लण्ड का सुपारा उसकी चूत के मुंह पर रखकर दबा दिया. थोड़ा सा दबाव डालते ही पूरा लण्ड दिव्या की चूत में समा गया.

Patni ki sehali ki tabadtod chudai - hindi x kahani

लण्ड चूत के अन्दर जाते ही दिव्या चूतड़ उचका उचकाकर चुदवाने लगी. मैं दिव्या की चूचियां चूसते हुए निप्पल्स काट लेता तो कसमसाने लगती.

एक ही आसन में काफी देर तक चोदने के बाद मैंने दिव्या को घोड़ी बना दिया. घोड़ी बनाकर उसकी चूत में पीछे से लण्ड डालकर मैं दिव्या की गोरी पीठ पर चुम्बन करने लगा. पीठ पर चुम्बन के एहसास से दिव्या गनगना गई और अपने चूतड़ आगे पीछे करते हुए लण्ड का मजा लेने लगी.

मैंने हाथ बढ़ाकर दिव्या की चूचियां दबोच लीं और उसके निप्पल से खेलने लगा. दिव्या अपने चूतड़ बड़ी तेजी से चला रही थी जिस कारण मेरे लण्ड ने पानी छोड़ दिया. मैंने दिव्या की चूत से अपना लण्ड बाहर निकाला और बाथरूम चला गया. बाथरूम से अपना लण्ड साफ करके मैं बाहर निकला तो दिव्या बाथरूम चली गई.

दिव्या के बाहर आने पर मैंने चाय बनाई और हम लोग नंगे ही चाय पीने लगे.

चाय पीने के दौरान मैं दिव्या की चूचियों से खेलता रहा. चाय पीने के बाद मैंने अपना लण्ड दिव्या के मुंह में दे दिया.

Patni ki sehali ki tabadtod chudai - hindi x kahani

थोड़ी नानुकुर के बाद दिव्या मेरा लण्ड चूसने लगी तो तुरन्त ही दूसरे राउंड के लिए तैयार हो गया.

कैसी लगी आपको मेरी यह बेस्ट सेक्स स्टोरी? मुझे मेल करके बताएं. इससे मेरा उत्साह बढ़ेगा. इसके अलावा आप कहानी पर नीचे कमेंट करके भी अपनी राय दे सकते हैं. और सेक्स विडियो और new कहानी पढने के लिये telegram ग्रुप join कर सकते है. [email protected]

Patni ki sehali ki tabadtod chudai - hindi x kahani

Read in English

Patni ki sehali ki tabadtod chudai – hindi x kahani

hindi x kahani: meree yah best seks storee mein padhen ki meree patnee shahar ke kolej mein adhyaapika hai. usakee saheliyon mein se ek hamaare ghar ke paas hee rahatee hai. main usase najadeekee badhaana chaahata tha. baat kaise banee?

main vikaas praadhikaran mein abhiyanta hoon aur meree patnee shahar ke ek pratishthit intar kolej mein adhyaapika hai hindi x kahani.

meree patnee kareeb 22 varsh se adhyaapan kar rahee hai aur shahar ke tamaam vidyaalayon mein padha chukee hai, isaliye usakee adhyaapak saheliyon kee sankhya anant hai.
inheen saheliyon mein se ek hai, divya tripaathee hindi x kahani.

divya ka ghar hamaare ghar ke paas hee hai. divya ke pita kisee praivet kampanee se ritaayard hain. usaka ek shaadeeshuda bhaee hai jo apanee patnee ke saath is parivaar se alag rahata hai.

divya ke ghar mein usake alaava usake maata pita rahate hain. divya kee umr kareeb 30 saal hai, lamba ooncha kad, bhara badan aur gora rang hai. divya kee choochiyon ka saij 36 aur chootadon ka 42 inch hoga hindi x kahani.

das saal pahale divya aur meree patnee ek hee skool mein theen phir alag alag skoolon mein chalee gaeen. alag alag skool hone ke baavajood donon gharon mein aana jaana barakaraar tha.

ek din divya ne phon karake meree patnee se ek skool kee jaanakaaree chaahee to meree patnee ne kaha, meree jaanakaaree mein nahin hai, inase poochhakar bataatee hoon hindi x kahani.
meree patnee ne mujhase poochha to mainne bataaya- haan, vaheen paas mein meree sait chal rahee hai.
patnee ne bataaya ki divya ko vahaan se kol aaee hai, lokeshan samajhana chaahatee hai hindi x kahani.

mainne kaha- usase kah dena, mujhase baat kar le, main samajha doonga.

agale din divya ka phon aaya, vo mujhe jeeja jee kahatee thee.

usane mujhase poochha to mainne use lokeshan samajhaee aur yah bhee kaha ki tum pareshaan na ho, meree sait udhar hee hai, main tumhen le chaloonga hindi x kahani.
darasal main bahut dinon se divya se najadeekiyaan badhaane kee phiraak mein tha.

thodee naanukur ke baad divya mere saath chalane ke lie taiyaar ho gaee. main use vahaan le gaya aur intaravyoo ke baad vaapas le aaya. lautate samay ham log restorent bhee gaye aur khaaya piya.

baatacheet ke dauraan mujhe pata chala ki divya ko menhadee lagaane ka bada shauk hai aur badee dijainar menhadee lagaatee hai hindi x kahani.

kuchh din baad mujhe intaranet par menhadee ke kuchh dijain achchhe lage to mainne divya ko vhaatsep kar diye.
“thainkyoo jeeja jee.” likhakar usane javaab diya hindi x kahani.

ab main use yadaakada menhadee ke dijain ya gud morning taip maisej bhejane laga, kabhee javaab aata, kabhee nahin aata.

ek din divya ne ek jok bheja to mainne bhee ek jok bhej diya hindi x kahani.
ek din mainne ek dviarthee jok bhej diya to usane kuchh rispaans nahin diya.
do din baad mainne vaisa hee ek jok bheja to usane smailee bhej dee.

ab main use dviarthee aur nonavej jok bhejane laga. dheere dheere maamala ashleel klips tak aa gaya.
is beech vo jab bhee hamaare ghar aatee ya ham usake ghar jaate, vo baatacheet mein garima banaaye rakhatee hindi x kahani.

ek din divya ka phon aaya, jeeja jee namaste kahane ke baad usane poochha- kya kar rahe hain?
“tumhaara intajaar.”
“hamaara intajaar kyon? aapake paas intajaar karane ke lie ek hai to.”
“vo apanee jagah, tum apanee jagah.”
“na na, hamaaree koee jagah nahin hai, aapake yahaan hindi x kahani.
“ye tum kah rahee ho na. hamaare dil se poochho, kitanee jagah hai tumhaare lie. khair chhodo phon kyon kiya tha?”

“mera ek sundar sa seevee bana deejiye.”
“aa jao, ditel de do, seevee to itana aakarshak bana doonga ki dekhatee rah jaogee. lekin phees denee padegee hindi x kahani.
“kitanee?”
“kitanee nahin, ye poochho kya phees denee padegee.”
“kya phees denee padegee, jeeja jee?”
“jo tumhaare paas hogee, vahee to dogee.”
aur ham donon hans diye hindi x kahani.

agale din meree patnee skool chalee gaee to mainne divya ko phon kiya ki agar abhee ditels de jao to main aaj tumhaara seevee bana laoonga.
“abhee? abhee to main nahaee bhee nahin hoon.”
“to mujhe kaun tumhaaree photo kheenchakar chipakaanee hai.”
“achchha aa rahee hoon hindi x kahani.

kareeb bees minat baad divya aaee aur usake baalon se tapakate paanee ne bataaya ki vo nahaakar aaee thee.

divya ne ek pholdar mein se kuchh photokopee mujhe deen aur kaha- thoda stailish banaiyega.
“bana denge, saalee saahiba. pahale phees to lao.”
“kya phees chaahie, bataiye?”
“tumhaare baalon se jo paanee kee boonden gir rahee hain, ye hamaare chehare par gira do bas hindi x kahani.

divya ne apane baal jhatake aur paanee kee boonden mere chehare par giraate hue bolee, ye leejie.
“aise na karo, yaar!! kuchh is tarah tapakao!” kahakar mainne apana chehara divya kee choochiyon par rakha aur usake baal jhatakane laga hindi x kahani.
mainne divya se kaha- bas aise hee dheere dheere apanee julphen jhatakatee raho.

divya apane baal jhatakane lagee to main usake chootad sahalaane laga. mainne divya ko apanee baanhon mein bhar liya aur usake honthon par apane honth rakh diye.
mujhase alag hone kee koshish karate hue divya bolee- jeeja jee, abhee jaane deejiye, main baad mein aa jaoongee hindi x kahani.

divya kee choochiyaan apane seene se sataakar usake chootadon ko mainne apanee or dabaaya to mera land divya kee choot se sat gaya.
“bas divya, jyaada der nahin lagegee!” kahate hue mainne divya ka kurta oopar uthaakar usakee bra ka huk khol diya. divya ke kabootar aajaad ho chuke the hindi x kahani.

mainne jaise hee divya kee choochee apane munh mein lee, usane khud ko dheela chhod diya aur mera aage ka kaam aasaan kar diya.

divya ko lekar main bedaroom mein aa gaya aur usakee salavaar utaar dee. mainne divya kee paintee utaarane kee bahut koshish kee lekin vo raajee nahin huee. main apanee tee shart utaarakar divya ke bagal mein let gaya aur usakee choochiyaan choosane laga. usakee choochiyaan choosate choosate mainne usakee choot par haath pherana shuroo kiya hindi x kahani.

divya kee choot par haath pherane se usakee choot geelee hone lagee aur usane apanee taangen phaila deen. paintee ke oopar se hee choot ko ragad ragadakar itana geela kar diya ki divya buree tarah se chudaasee ho gaee.
jab usase nahin raha gaya to bolee- jeeja jee, jo karana hai, jaldee kar lo, mujhe vaapas ghar bhee jaana hai hindi x kahani.

divya ke honthon par honth rakhate hue mainne usakee paintee neeche khisakaee to vo mere honth choosane lagee.
divya kee nangee choot par mainne haath phera to kaaphee bade bade baal the.

mainne apana loar utaara aur apane land par kondom chadhaakar divya kee taangon ke beech aa gaya. bhoore ghungharaale baalon se bharee choot ke labon ko phailaakar mainne apane land ka supaara rakh diya aur divya se chootad oopar uthaane ko kaha. divya ke chootad uchakaane se land ka supaara thoda sa andar gaya tha, vo vaapas baahar aa gaya hindi x kahani.

mainne use phir se kaha ki chootad uchakaakar ise andar le lo.
divya baar baar chootad uchakaakar land ko andar lene kee koshish kar rahee thee lekin aise kahaan hone vaala tha.
kaaphee koshish ke baad bolee- hamase na ho paayega, jeejoo hindi x kahani.

mainne divya ke chootadon ke neeche takiya rakh diya aur apane land ka supaara usakee choot ke munh par rakhakar daba diya. thoda sa dabaav daalate hee poora land divya kee choot mein sama gaya hindi x kahani.

land choot ke andar jaate hee divya chootad uchaka uchakaakar chudavaane lagee. main divya kee choochiyaan choosate hue nippals kaat leta to kasamasaane lagatee.

ek hee aasan mein kaaphee der tak chodane ke baad mainne divya ko ghodee bana diya. ghodee banaakar usakee choot mein peechhe se land daalakar main divya kee goree peeth par chumban karane laga. peeth par chumban ke ehasaas se divya ganagana gaee aur apane chootad aage peechhe karate hue land ka maja lene lagee hindi x kahani.

mainne haath badhaakar divya kee choochiyaan daboch leen aur usake nippal se khelane laga. divya apane chootad badee tejee se chala rahee thee jis kaaran mere land ne paanee chhod diya. mainne divya kee choot se apana land baahar nikaala aur baatharoom chala gaya. baatharoom se apana land saaph karake main baahar nikala to divya baatharoom chalee gaee hindi x kahani.

divya ke baahar aane par mainne chaay banaee aur ham log nange hee chaay peene lage.

chaay peene ke dauraan main divya kee choochiyon se khelata raha. chaay peene ke baad mainne apana land divya ke munh mein de diya.

thodee naanukur ke baad divya mera land choosane lagee to turant hee doosare raund ke lie taiyaar ho gaya hindi x kahani.

kaisee lagee aapako meree yah best seks storee? mujhe mel karake bataen. isase mera utsaah badhega. isake alaava aap kahaanee par neeche kament karake bhee apanee raay de sakate hain. aur seks vidiyo aur naiw kahaanee padhane ke liye tailaigram grup join kar sakate hai. [email protected]

Read more sex stories –

Desi antarvasna 1 भाभी की चुदाई उनके मायके में जाकर Best Sex

Kamuk stories 1 पड़ोसन भाभी को उन्के घर में जाके चोदाSex fun

Desi gand xxx मेरी किराएदार भाभी की गांड चुदाई 1 best story

Leave a Comment