भाई ने बहन की सील तोड़ी Badi behan ki chudai
Badi behan ki chudai: भाई बहन सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मैं अपनी बहन के गदराये बदन को देख कर चोदना चाहता था. मौक़ा पाते ही मैं उसके अंगों को छूकर मजा लेता था. आखिर एक दिन मैंने उसे चोदा.
यह भाई बहन सेक्स स्टोरी मेरी और मेरी बहन के बीच की है. मेरी दो बहनें हैं, उनमें से मेरी एक बहन मुझसे 2 साल छोटी है. मेरी उम्र 24 साल है और उसकी 22 साल है. ये कहानी 2 साल पहले की है. दूसरी अभी छोटी है.
मेरा नाम मनीष है और मेरी बहन का नाम रानी है. हम लोग एक छोटे से गांव में रहते हैं. यहां ढंग से बिजली नहीं मिलती है, मगर इतनी मिल जाती है कि घर का काम चल सके.
गर्मियों में अप्रैल मई के आस पास का मौसम था. उन दिनों फसल की कटाई हो रही थी. हम पूरा परिवार मिलकर फसल काट रहे थे. हम दोनों खूब मस्ती किया करते थे. हमारे बीच मजाक मजाक में लड़ाई झगड़े भी होते रहते थे.
रानी का बदन बड़ा ही गदराया हुआ था. उसका फिगर 34-26-36 का था. रंग एकदम दूध सा गोरा तो नहीं था … मगर सांवला भी नहीं था. मतलब मध्यम रंग था. उसे देख कर मेरा मन करता था कि अभी ही उसको चोद दूँ. मगर मैं ऐसा कर नहीं पा रहा था. तब भी मैं अक्सर लड़ाई करने के बहाने उसके अंगों पर अपने हाथ फेर कर मन को शांत कर लेता था.
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उसके मन में मेरे लिए क्या था, ये तो मैं नहीं कह सकता था, पर वो बड़ी मस्त कली थी.
अगले हफ्ते में मेरे मामा के लड़के का जन्मदिन था तो हम सभी को वहां जाना था. इस समय फसल भी पूरी तरह पक गयी थी, तो उसकी कटाई भी करनी जरूरी थी.
मैंने कहा- आप सब चले जाओ, मैं यहां जितना हो सकेगा, करूंगा.
इस पर उन्होंने कहा- तू अकेले क्या करेगा … तू भी चल.
काफी देर तक बातचीत हुई. इसके बाद फसल की कटाई को जरूरी देखते हुए पिता जी ने भी कह दिया- ठीक है, तुम रुक जाओ … खाना बनाने के लिए तुम्हारी बहन भी यहीं रहेगी … मगर फसल की कटाई करना … न कि कहीं घूमने निकल जाना.
मैं बहन के मेरे साथ रुकने की ख़ुशी में उनसे वायदा कर दिया कि मैं फसल काटने के काम में कोई कोताजी नहीं करूंगा.
हम भाई बहन को छोड़ कर घर के बाकी के लोग अपने जाने की तैयारी करने लगे और सुबह का समय था. कुछ समय बाद वो सब निकल गए. उन सभी को 2 दिन बाद वापस आना था.
मैंने मन में सोचा क्यों न अपनी बहन को इन दो दिनों में चोदने की कोशिश करूं.
उस दिन मम्मी पापा सुबह ही निकल गए थे. उनके जाने के बाद मेरी बहन मुझ पर बरस पड़ी और मजाक में गर्दन पकड़ कर बोली कि क्या जरूरत थी फसल के बारे में बोलने की … आराम से हम भी दो दिन मजे कर लेते.
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मैं खुद को छुड़ाने के लिए उसके मम्मों दबाकर धक्का दे रहा था. मैं धक्का कम दे रहा था और उसके मम्मे दबा ज्यादा रहा था. वो भी समझ गयी और पीछे मुड़कर जाने लगी. मैंने धक्का का बहाना बनाकर उसको बेड पर गिरा दिया और उसके ऊपर चढ़ गया. वो मुझसे छूटकर भाग गई.
अगले दिन जब हम दोनों फसल काट कर आए, तो वो पसीने से तरबतर थी. उसके चूचे साफ़ दिखाई दे रहे थे. मुझे चोदने का मन कर रहा था, मगर मैंने जैसे तैसे खुद को शांत किया.
दिन में हमने टाइमपास के लिए टीवी देखा … लूडो खेला. उसमें ही मजाक मजाक में मैं कभी उसकी चूचियों को छूता. कभी जांघ पर हाथ मार देता.
फिर जब शाम को मैं फसल की कटाई करके घर वापस आया … तो बहन ने खाना बना लिया था. खाना खा कर हम दोनों सोने आ गए.
हमारे गांव में बिजली या तो दिन में रहती है या रात में. आज रात में नहीं थी, तो गर्मी के कारण हम दोनों ने छत पर सोने का सोचा. गांव में पूरा परिवार एक साथ सोता है. हम दोनों छत पर जाकर सो गए. दोनों एक एक अलग बिस्तर पर मजे से सोये हुए थे. पूरी छत खाली थी.
वो इस समय सलवार सूट पहने हुए थी.
लगभग आधी रात को मुझे लगा कि बारिश की बूंदें गिर रही हैं, तो मैंने बहन को जगाने का सोचा.
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मैं उसे जगाने उसके नजदीक को गया … और उसके मम्मों पर हाथ रखकर उसे जगाने की कोशिश की. एक बार तो मैं डर गया कि कहीं बवाल न हो जाए. फिर सोचा कि मजे लेने का ये सही समय है … क्योंकि अगर वो जाग जाती, तो मैं बोल देता कि तुझे जगा रहा था.
मैंने कपड़ों के ऊपर से ही उसके मम्मों को दबा कर मजा लेना शुरू कर दिया. क्या बताऊं यार … कितना मजा आ रहा था. मुझे लग रहा था कि कहीं मैं झड़ ही न जाऊं. मैं 5 मिनट तक मजे से उसके दूध दबाता रहा.
फिर वो जाग गयी. उसने जैसे ही ये महसूस किया कि मैं उसके दूध मसल रहा हूँ. तो उसने मेरा हाथ झटकते हुए कहा- ये क्या कर रहे हो?
मैं बोला- तुझे जगा रहा हूँ … चल उठ, अन्दर चल, बारिश आ गयी है.
वो बोली- कहां आ रही है बारिश … मौसम तो साफ़ है?
मैंने देखा तो अब बूंदें नहीं आ रही थीं. मैं चुप रह गया.
वो मुझसे बोल कर फिर से सो गई. मैंने फिर से उसके मजे लेने शुरू कर दिए.
वो फिर जागी, तो मैंने कहा कि तुझे सोने की वजह से महसूस नहीं हो रहा है, बूंदें आ रही हैं … चल नीचे चलते हैं.
इस बार वो उठ गई और नीचे घर में आ गयी. इस बार हम दोनों एक ही बेड पर सो गए. वो तुरंत सो गई, मगर मैंने आज पहली बार उसके दूध अच्छे से दबाए थे, इसलिए मुझे नींद नहीं आ रही थी.
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मैंने सोचा कि फिर से वही करते हैं. लेकिन अभी मैं उसे देखता रहा. फिर मैंने उसकी उठी हुई गांड को देखा, तो मेरा मन उसे भी मसलने का हुआ. मैं उसकी गांड पर हाथ फेरने लगा.
एक मिनट तक जब उसका कोई विरोध नहीं हुआ, तो इसके बाद मैंने उसके कुरते के अन्दर हाथ डाल कर मम्मों को छुआ. वो कसमसाई, मैंने कोई हलचल नहीं की. वो फिर से सो गई. अब मैं उसके मम्मों को सहलाते हुए दबाने लगा.
आह बड़ा मजा आ रहा था, मैं सब भूल गया था … वो जग गयी. मगर मैंने पहले ही हाथ हटा कर सोने का नाटक किया.
इस बार वो सीधा लेट गयी. दस मिनट बाद मैं फिर उठा और धीरे से उसकी सलवार का नाड़ा टटोलने लगा. जैसे ही पजामी की डोरी मेरे हाथ में आई, मैंने डोरी खींच दी. नाड़े की गांठ खुल गई. पजामा ढीला हो गया. मैंने उसकी सलवार को नीचे को कर दिया. वो चड्डी नहीं पहने थी. उसकी बुर देखने के लिए मैंने हाथ फेरते हुए उसके चेहरे की तरफ देखा. वो आंख बंद किया मस्ती से सोई पड़ी थी.
अब मैंने अपने हाथ से धीरे धीरे उसके पैर कुछ इस तरह से फैलाये कि वो जागे न. उसकी टांगें अब इतनी फ़ैल गई थीं कि मुझे बुर का इलाका साफ़ दिख सके. मैंने उसकी बुर को हाथों से छुआ. उसकी बुर के ऊपर काफी ज्यादा बाल थे. मैं उठ कर बैठ गया और अपनी बहन की बुर देखने लगा. एक पल बाद मैंने अपना मुँह उसकी बुर के पास ले जाकर उधर की महक सूंघने लगा. उसकी बुर से मस्त महक आ रही थी.
मुझसे रहा ही न गया और मैंने जीभ निकाल कर बुर को चाट लिया. उसकी तरफ से अब भी कुछ नहीं हुआ तो मैं मजे उसके बुर को चाटने लगा.
वो कसमसाने लगी लेकिन उसने मुँह से कोई आवाज नहीं निकाली. मैं समझ गया कि इसको भी बुर चटवाने में मजा आ रहा है. मैं बदस्तूर बुर चाटता रहा.
कुछ देर बाद उसने अकड़ कर पानी फेंक दिया. मैंने सूंघा तो पाया कि ये तो उसका रज था. मैं सब समझ गया कि वो जग गई है और मजे ले रही है.
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अब मुझसे रहा नहीं गया. मैंने सोचा कि आज तो इसको जरूर चोदूंगा. मैंने अपना लंड बाहर निकाला. मेरा लंड 7 इंच का मूसल सा मोटा है. लंड अब पूरी तरह से खड़ा था.
मैंने उसकी टांगें और ज्यादा फैलाईं, तो उसने खुद ब खुद टांगें फैला दीं. मैंने उसकी टांगों के बीच में आते हुए अपना लंड उसकी बुर पर रखा … तो वो गनगना गयी. मैंने थूक लगाकर लंड के सुपारे को बुर की फांकों में घिसा और आगे पीछे करने लगा.
वो मादक सिसकारियां लेने लगी. उसकी फांकों ने मेरे सुपारे को अपने अन्दर लेने के लिए खुलना शुरू कर दिया था. जैसे ही मेरा सुपारा उसकी बुर की फांकों में सैट हुआ. मैंने एक झटके में अपना आधा लंड उसकी बुर में डाल दिया.
वो चिल्ला उठी- उई माँ मर गई … ये क्या कर रहा है तू!
उसने मुझे धक्का दे दिया.
मैंने कहा- तू भी तो साथ दे रही थी.
वो बोली- मैं कहां कुछ कर रही थी … मैं तो सोई हुई थी.
मैंने कहा- तो तेरी बुर से पानी क्यों गिरा? क्या तुझे चुदाई का मन नहीं कर रहा था.
ये सुनकर वो शर्मा गई और बोली- हां मन करता तो है, मगर किसी के साथ करने में डर लगता है कि अगर मैं माँ बन गयी तो?
मैंने बोला- इसीलिए तो मुझसे चुद ले … घर की बात घर में रहेगी.
वो बोली- पर हम दोनों भाई बहन हैं.
अब मैं समझ गया कि ये चुदने को राजी तो है, पर इसके मन में कुछ हिचकिचाहट है.
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मैंने उससे कहा- तुमको मैं ऐसी कहानी दिखाता हूँ, जिसे पढ़ कर तुम खुद ही समझ जाओगी कि सेक्स करना अलग बात है और रिश्ते निभाना अलग बात होती है.
मैंने मोबाइल में उसे भाई बहन की चुदाई की सेक्स कहानियां दिखाईं. वो एक ही कहानी पढ़ कर गर्म हो गई और बस फिर क्या था. उसने मुझे धक्का दिया और मेरे लंड को अपने मुँह में भर लिया.
मैं मस्त हो गया और उसके दूध पकड़ कर उसके मुँह में लंड आगे पीछे करने लगा.
मैंने एक मिनट में ही लंड को उसके मुँह से निकाला और उसको खींच कर चित लिटा दिया. वो भी बुर खोल कर चुदाने के लिए मचलने लगी. उसने अपनी गांड उठाते हुए बुर को लंड के आगे पेश कर दी और बोली- तुम शुरू में आधा ही लंड अन्दर डालना … पिछली बार तूने पूरा लंड एक साथ डाला था, जिससे मुझे दर्द होने लगा था.
मैंने कहा- मैंने आधा ही डाला था … पर तेरी बुर सील बंद है न इसलिए तुमको दर्द हुआ था. मैं तुमको ठीक तरह से चोदूंगा, तब भी पहली बार का दर्द तो तुमको झेलना ही होगा.
वो राजी हो गई.
मैंने लंड का सुपारा उसकी बुर की फांकों में फंसाया और उसको आंख से इशारा किया. वो हंस दी, तो मैंने एक ही झटके में पूरा लंड घुसेड़ डाला.
वो दर्द के मार जोर से चीख पड़ी ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’
मैंने उसके होंठों पर अपने होंठों चिपका दिए और धीरे धीरे झटका देने लगा. वो भारी छटपटा रही थी और मुझे हटाने की जद्दोजहद कर रही थी. मगर मैं नहीं माना और लंड को पेले ही रहा. उसकी बुर से खून निकलने लगा था. मैं समझ गया कि मेरी बहन की सील टूट गयी है.
मैं हल्के हल्के से लंड को हिलाता रहा. इससे मेरा लंड उसकी बुर में पूरी तरह से सैट हो गया.
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कुछ देर के दर्द के बाद वो भी लंड के मजे लेने लगी. मैंने अपनी बहन को धकापेल चोदना चालू कर दिया. वो भी गांड उठाते हुए लंड ले रही थी.
दस मिनट बाद मैं उसकी बुर में ही झड़ गया … मेरे साथ वो भी झड़ गयी थी.
फिर वो गाली देकर कहने लगी- साले, तूने तो मेरे अन्दर ही दही जमा दिया … मैं तेरे बच्चे की माँ बन जाऊंगी कमीने.
मैंने उसे शांत किया और कहा- कल सुबह में बच्चा न ठहरने वाली गोली ला दूंगा … सब ठीक हो जाएगा. तुझे दर्द भी नहीं होगा.
उस पूरी रात मैंने उसे 3 बार चोदा. सुबह मैंने उसे दवाई लाकर दे दी.
फिर जब तक घर के सभी लोग वापस नहीं आ गए, हम दोनों ने घर में खेत में सब जगह चुदाई का नंगा नाच किया. हम दोनों घर आने के बाद सारे समय नंगे ही रहते थे. बस अभी उसकी गांड नहीं मार पाया हूँ … मौक़ा मिलते ही वो छेद भी खोल दूँगा.
अभी उसकी शादी होने वाली है, अब तक मैंने उसे बहुत बार चोदा है. उसकी बुर में एक बड़ा से छेद बन गया है, जो मेरी निशानी है. जब भी मौका मिलता है, हम दोनों अब भी खूब चुदाई करते हैं.
दोस्तो, ये थी मेरी भाई बहन सेक्स स्टोरी … आपको कैसी लगी, प्लीज़ मेल जरूर कीजिएगा.
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आप मुझे Telegram पर message कर के ज़रूर बताये.
Read in English
Bhai ne apne behan ki seal todi | Badi behan ki chudai
Badi Behan ki chudai: In the sibling’s sex story, read that I wanted to fuck my sister by watching her dead body. As soon as I had the opportunity, I used to enjoy touching his limbs. After all, one day I fucking her.
This siblings sex story is between me and my sister. I have two sisters, one of them is 2 years younger than me. I am 24 years old and she is 22 years old. This story is from 2 years ago. The second one is still small and badi Behan ki chudai.
My name is Manish and my sister’s name is Rani. We live in a small village. There is no electricity available in this manner, but so much is available that the household work can go on.
Summer was around April to May. The crop was being harvested in those days. We were harvesting the whole family together. We both used to have a lot of fun. We used to have fight fights between jokes and jokes and badi Behan ki chudai.
Rani’s body was very confused. His figure was from 34-26-36. The color was not quite like milk… but it was not even dark. Means was medium color. Seeing him, I used to feel that I would just give him a fuck. But I could not do it. Even then I often used to calm my mind by turning my hands on his limbs under the pretext of fighting.
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What she had in mind, I could not say, but she was a great cool bud.
The next week was the birthday of my maternal uncle’s boy, so we all had to go there. At this time the crop was also fully ripe, so it was necessary to harvest it.
I said, all of you go away, I will do as much as I can here.
On this, he said- What will you do alone… You too.
There was a long conversation. After this, seeing the need to harvest the crop, the father also said – Okay, you stop… your sister will also be here to cook food… but harvest the crop… rather than go out somewhere, badi Behan ki chudai.
In the joy of my sister staying with me, I promised him that I will not do any work in harvesting.
We left the siblings and the rest of the house started preparing for their departure and it was morning. After some time they all left. They all had to come back after 2 days.
I thought in my mind why not try to fuck my sister in these two days and badi Behan ki chudai.
Mother Dad had left that morning. After he left my sister lashed out at me and jokingly grabbed the neck and said that what was needed was to talk about the crop… comfortably we would also have fun for two days.
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I was pushing her mummies to free myself. I was pushing less and my mother was more pressing. She also understood and started to go back. I pretended to push it down on the bed and climbed on top of it. She ran away from me and badi Behan ki chudai.
The next day when we both came to harvest, she was sweating. His feet were clearly visible. I felt like fucking, but somehow I pacified myself.
During the day we watched TV for Timepass… played Ludo. In it, I would never touch her pussy. Sometimes he would hit his thigh.
Then in the evening when I came back home after harvesting the crop… the sister had prepared the food. After eating food, we both came to sleep and badi Behan ki chudai.
Electricity in our village either stays in the day or at night. Tonight was not there, so due to the heat, we both thought of sleeping on the terrace. The whole family sleeps together in the village. We both went to sleep on the terrace. Both of them were sleeping on a separate bed. The entire roof was empty, badi Behan ki chudai.
She was wearing a salwar suit at this time.
Around midnight I felt that the raindrops were falling, so I thought of awakening my sister. badi behan ki chudai
I went near him to wake him up… and tried to awaken him by placing his hands on his mummies. Once I was afraid that there would be a ruckus. Then thought that this is the right time to have fun… because if she had woken up, I would have said that I was awakening you and badi Behan ki chudai.
I started having fun by pressing her mummies on top of clothes. What can I tell man… it was so much fun. I was feeling that I should not fall. I kept pressing her milk with pleasure for 5 minutes.
Then she woke up. As soon as he realized that I was mashing his milk. So he shook my hand and said – what are you doing?
I said – I am waking you up… walk up, walk in, the rain has come.
That quote- where is the rain coming… the weather is clear?
Now I saw drops were not coming. I remained silent.
She fell asleep again after speaking to me. I started having fun with him again.
She woke up again, so I said that you don’t feel because of sleeping, drops are coming… let’s go down and badi Behan ki chudai.
This time she got up and came down to the house. This time we both slept on the same bed. She immediately fell asleep, but for the first time today I had pressed her milk well, so I could not sleep.
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I thought we would do the same again. But I just kept watching it. Then I saw his raised ass, so I felt like rubbing it. I started turning my hand on his ass.
For a minute, when there was no opposition to him, after this, I put my hand inside his kurta and touched the mother. I swear, I did not stir. She slept again. Now I started pressing her moms, badi Behan ki chudai.
Ah it was great fun, I had forgotten everything… She woke up. But I already pretended to sleep with my hands removed.
This time she lay down straight. After ten minutes I woke up again and slowly began to explore the pulse of his salwar. As soon as the pajamis cord came into my hand, I pulled the cord. The knot of the pulse opened. The pajamas became loose. I turned her salwar down. She was not wearing tights. To see his evil, I turned my hand and looked at his face. She closed her eyes and slept with fun and badi Behan ki chudai.
Now with my hand, slowly spread her legs in such a way that she does not wake up. His legs had now spread so much that I could see the area of Bur. I touched his bur with hands. He had too much hair on top of his bur. I got up and sat down and started watching my sister’s evil. After a moment, I took my mouth near his bur and started smelling the smell of there. A great smell was coming from his evil.
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I could not keep up and I took out my tongue and licked the bur. If nothing happened from her side, then I started licking her bur.
She started swearing but she did not make any sound out of her mouth. I understood that it is also fun to cheat. I kept licking bad-heartedness.
After some time, he swung and threw water. I sniffed that it was his kingdom. I understand that she is awake and having fun.
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I can no longer live I thought that today I will definitely fuck him. I took my cock out. My cock is like a 7-inch pestle. Lund was now fully erect, badi Behan ki chudai.
I spread his legs more, so he spread the legs by himself. I put my cock on her bur, coming in between her legs… So she went to sing. I spit and rubbed the betel nut in Bur’s slices and started back and forth, badi Behan ki chudai.
She started taking intoxicating liquor. His slices started opening up to take my betel nut inside. As soon as my betel nut was set in his bur. In one stroke, I put half my cock in his bur.
She screamed – Oi mother died… what are you doing!
He pushed me.
I said – you were also supporting me.
She said – Where was I doing something… I was asleep.
I said – so why did the water fall from your bur? Did you not feel like fuck and badi Behan ki chudai.
Hearing this, she went to Sharma and said – yes, I would like to, but I am afraid to do with anyone if I become a mother?
I said – that’s why take a fuck from me… The matter of home will remain in the house.
She said – but we are both siblings.
Now I understand that it is ready to fuck, but it has some hesitation in its mind.
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I told him – I will show you such a story, that after reading it you will understand yourself that having sex is a different thing and maintaining a relationship is a different thing.
I showed her sex stories of siblings’ sex in mobile. She got hot after reading the same story and what was it. He pushed me and stuffed my cock in his mouth and badi Behan ki chudai.
I was cool and grabbed his milk and started licking it in his mouth.
I removed the cock from his mouth in a minute and pulled it and laid it down. She also started squirming to fuck openly. Raising his ass, he presented Burr in front of the cocks and said- You put half the cocks in the beginning… Last time you had put all the cocks together, due to which I started feeling pain and badi Behan ki chudai.
I said – I had put half only… but your Bur Seal is closed, so you had pain. I will fuck you properly, even then you will have to bear the pain of the first time.
She agreed.
I stuck the lump of cocks in his burrow and pointed him out. She laughed, so I pushed the whole cocks in one stroke.
She screamed out loud in pain ‘Ummh… Ahhh… Hahh… Jah… ’
I stuck my lips on her lips and started jerking slowly. She was splashing heavily and was struggling to remove me. But I did not agree and kept cocks. Blood started pouring from his bur. I understood that my sister’s seal has been broken.
I kept shaking the cocks lightly. This set my cock completely in his bur.
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After a while of pain, she also started enjoying cocks. I started banging my sister. She was also taking cocks while taking ass.
Ten minutes later, I fell into her burr… she was also with me.
Then she abused and started saying – Brother, you have put curd in me… I will become the mother of your child, you bastard.
I pacified him and said- Tomorrow morning, I will bring the child-free pill… everything will be alright. You won’t even have pain.
That night I had him fuck 3 times. I brought him medicine in the morning.
Then until all the people of the house came back, both of us did chudai orgy everywhere in the house. Both of us used to stay bare all the time after coming home. I just have not been able to kill his ass… he will open the hole as soon as he gets the chance.
Right now she is going to get married, till now I have fuck her a lot. There has been a big hole in his bur, which is my sign. Whenever we get a chance, we both still do a lot of fucking.
Friends, this was my siblings sex story… how did you like it, please do match it.
[email protected]
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