मोसेरी बहन के साथ सेक्स का आनन्द Hindisexstories
Hindisexstories: यह कहानी भाई बहन सेक्स की है. मैंने मेरी मौसी की युवा बेटी की कामवासना जगा कर उसकी चुदाई की. पहले तो उसने मेरी हरकतों का बुरा माना लेकिन फिर …
मेरा नाम वीरेन है, उम्र 25 साल है, मैं पुणे में 3 साल से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का जॉब करता हूँ।
मेरी मौसी भी पुणे में पाषाण एरिया में रहती हैं। उनकी दो बेटियाँ हैं, कोई बेटा नहीं है। बड़ी बेटी श्वेता मेरी उम्र के बराबर 25 साल की और छोटी निशा 21 साल की है।
श्वेता की फिगर आयशा टाकिया जैसी है, बड़े-बड़े मम्मे और बड़ी सी पिछाड़ी, जिसे देखकर ही मेरा बुरा हाल होता है।
जब वो चलती है तो उसकी मटकती गांड देखकर तुरंत मेरा लंड खड़ा हो जाता है।
मैंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी पुणे से ही की है इसलिए मैं पुणे में पिछले 7 साल से ही रह रहा हूँ। मेरा मौसी के यहाँ पर कभी-कभी हफ्ते के आखिरी दिनों में जाना होता है। तभी से ही मुझे श्वेता अच्छी लगती है लेकिन मुझमें कभी उससे अपने मन की बात कहने की हिम्मत नहीं हुई।
इंजीनियरिंग के लिए शहर में आने से पहले मैं गाँव में था इसलिए मुझे लड़कियों से बात करने की आदत भी कम थी।
मेरे मौसा सरकारी नौकरी में हैं इसलिए वो सरकारी मकान में रहते हैं। एक बेडरूम में मौसा-मौसी सोते हैं और दूसरे में श्वेता और निशा।
जब मैं मौसी के यहाँ जाता हूँ तो श्वेता और निशा के रूम में उनके साथ बेड पर ही सोता हूँ। उनके कमरे में बेड काफी बड़ा है और उस पर 3 लोग आराम से सो सकते हैं।
श्वेता थोड़ी आलसी होने के कारण देर से उठती थी। मैं सुबह जल्दी उठने पर श्वेता को ही देखता रहता।
Hindisexstories
सुबह के समय उसका गाऊन थोड़ा ऊपर को चढ़ा रहता था जिससे मैं श्वेता की जाँघों को देखता रहता और उसकी गांड को भी जिस पर गाऊन चिपकने के कारण चड्डी के निशान दिखाई देते थे।
कभी-कभी उसका गाऊन का ऊपर का बटन खुला होने पर उसके मम्मे भी दिखाई देते थे।
उठने के बाद मैं श्वेता के नहाने जाने की राह देखता था और जैसे ही वो नहा कर बाहर आती मैं अपना नंबर लगा देता।
गुसलखाने में अन्दर जाकर मैं उसकी ब्रा को गाऊन पर लगा कर हैंगर पर लटका कर उसके मम्मे चूसने की रियाज करता था।
मेरी बहन की पैन्टी की मादक गंध मुझे पागल कर देती थी। उसकी पैन्टी को चूमते हुए मैं भाई बहन सेक्स को मन में लाते हुए मुठ मारता था और अपना सारा वीर्य निकाल देता था।
एक बार मैंने श्वेता को बातों-बातों में बताया कि मैं कभी-कभी शराब लेता हूँ। उसके बाद जब भी मैं उसको रात को एसएमएस करता तो श्वेता को लगता था कि मैंने दारू पी के ही एसएमएस किया है।
2009 में एक दिन रात को मैंने श्वेता को एसएमएस किया तो उसने कहा- लगता है ज्यादा पिए हो?
जबकि मुझे कभी दारू चढ़ती ही नहीं है। मैंने सोचा इसी बात का फायदा उठाते हैं और मैंने श्वेता को एसएमएस किया ‘आज रूम पे कोई नहीं है, अभी तुम रूम पर होतीं तो मजे करते!’
मुझे लगा इससे थोड़ी बात बनेगी और श्वेता भी मेरे बारे में सोचने लगेगी।
Hindisexstories
लेकिन इसका असर उल्टा हुआ, श्वेता ने मुझे डांटते हुए पूछा तो मैंने उसे कहा- वो एसएमएस उसके लिए नहीं था गलती से उसे भेज दिया था।
और उसको ‘सॉरी’ बोला ताकि किसी को न बताए।
इसके बाद मैंने भाई बहन सेक्स, श्वेता को चोदने का ख्याल छोड़ दिया और उसके बारे में सोच कर मुठ मारने में ही खुश रहने लगा।
इंजीनियरिंग के बाद मुझे पुणे में ही जॉब मिल गया, इसी बीच श्वेता ने भी बी.कॉम. पूरा किया और काल-सेंटर में जॉब शुरू किया।
एक दिन मौसी और मौसा को किसी जरूरी काम से दो दिन के लिए बाहर जाना था, तो मौसी ने मुझे फोन किया और दो दिन घर पर सोने के लिए आने को कहा.
तो मैंने तुरंत ‘हाँ’ कर दिया और मन ही मन बहुत खुश हो गया।
मैंने मन ही मन ठान लिया था कि इन दो दिनों में मैं कुछ न कुछ भाई बहन सेक्स करके रहूँगा।
रात को मैं 8 बजे मौसी के घर पहुँचा। घर पर सिर्फ निशा थी और श्वेता जॉब से रात दो बजे आती थी।
मैंने निशा के साथ खाना खाया और थोड़ी देर बातें करने के बाद निशा सो गई।
अब मैं श्वेता के आने की राह देखने लगा। मैं श्वेता को पटाने कि तरकीबें सोचने लगा।
मुझे मालूम था कि श्वेता आने के बाद सोने से पहले थोड़ी देर अपने कंप्यूटर पर समय बिताती है.
इसलिए मैंने अपना लैपटॉप निकाला, उसकी स्क्रीन का वालपेपर बदल कर मैंने वहाँ एक नंगी लड़की का फोटो लगाया.
Hindisexstories
और मेरे लैपटॉप में जितनी भी भाई बहन सेक्स की ब्लू-फिल्म थीं, उनमें से जिनका नाम ‘फकिंग कजिन/सिस्टर’ था, उनको डेस्कटॉप पर ही रखा ताकि वे लैपटॉप चालू होने पर तुरंत दिखाई दें।
मैंने अपना लैपटॉप श्वेता के कंप्यूटर के बिल्कुल पास रखा और मैं दो बजने की राह देखने लगा।
दो बजे श्वेता ने दरवाजा खोलने के लिए मुझे फोन किया।
मैंने दरवाजा खोला और नींद में होने का नाटक करके मैं निशा के बाजू में सो गया। मुझे मालूम था अगर मैं नींद में होने का नाटक न करता तो श्वेता मुझे मौसी के कमरे में सोने को कहती और मेरी योजना फेल हो जाती।
श्वेता फ्रेश होने गई तो मैंने जानबूझ कर मेरा एक हाथ निशा के मम्मे पर रखा और पैर चूत पर। निशा गहरी नींद में थी, इसलिए उसे पता नहीं चला।
मैं आज श्वेता की लेकर ही मानने वाला था। जब श्वेता फ्रेश होकर आई तो मैंने नींद में होने का नाटक करके निशा को और जकड़ लिया, जिसको देखकर श्वेता ने मुझे उससे थोड़ा दूर हटाया और कंप्यूटर पर गई। उसे लगा मैं नींद में ही हूँ।
वहाँ उसने मेरा लैपटॉप देखा तो कंप्यूटर की जगह मेरा लैपटॉप ही चालू किया।
मेरी योजना की शुरूआत सही हुई। मैंने सोचा कि सब योजना के मुताबिक हुआ तो आज मेरा काम बन सकता है।
दरवाजे से मैंने झाँक कर देखा तो श्वेता वो ब्लू-फिल्म देख रही थी। मैंने सोचा कि यह देख कर वो समझ जाएगी कि अमेरिका और बाकी जगह कजिन के साथ और भाई बहन सेक्स भी करते हैं तो अपने यहाँ क्यों नहीं!
मैंने देखा कि थोड़ी देर बाद श्वेता ने एक हाथ अपनी चूत में डाल दिया और दूसरे हाथ से अपने मम्मे दबा रही थी। यहाँ मेरी हालत खराब होती जा रही थी इसलिए मैं बेड पे आके लेट गया।
Hindisexstories
थोड़ी देर बाद श्वेता आई और मेरे बाजू में सो गई। एक घंटे बाद मैंने उसके मम्मे पर हाथ फेरना शुरू किया, इतने में वो जाग गई, वो समझ गई मैं सोने का नाटक कर रहा हूँ।
गुस्से में उसने मुझे जगाया और बाजू के कमरे में ले गई। डर के मारे मैंने दूसरे कमरे में जाते ही उससे माफी मांगी।
उसने कहा कि वो एक शर्त पर ही माफ करेगी, अगर वो नहीं मानी तो वो सबको बता देगी।
मैंने शर्त बिना सुने ही ‘हाँ’ कह दी।
उसने बोला- उसे मेरे लैपटॉप से सारे ब्लू-फिल्म चाहिए।
मैं तुरंत लैपटॉप और पेनड्राइव लाया। उसने मुझे सिर्फ अच्छी फिल्म्स ही कॉपी करने बोला, तो मैंने बोला- तुम खुद ही देख लो और अपनी पसंद की चुन लो।
तो वो मान गई। मैंने एक मस्त मूवी चालू की, जिसमें लड़का अपनी बहन के साथ सेक्स कर रहा था।
उसने मुझे बोला- कोई भाई बहन सेक्स करते हैं क्या?
तो मैंने उसे अपने रिश्तेदारों के भाई बहन सेक्स के झूठे किस्से उसे सुनाए।
मैं समझ गया कि श्वेता यह सुन कर थोड़ी खुश हुई है और मेरे साथ सम्भोग करने की सोचने लगी है।
ब्लू-फिल्म चालू थी और श्वेता भी गर्म हो गई थी।
श्वेता ने गुलाबी रंग का गाऊन पहना था जिसका गला थोड़ा नीचे था और उसके मम्मे थोड़े से दिख रहे थे।
ब्लू-फिल्म और सामने श्वेता को देख कर मेरा लंड खड़ा हुआ था और मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था तो मैंने जल्दी से श्वेता को पीछे से पकड़ लिया और उसके मम्मे पर हाथ फिराने लगा।
Hindisexstories
इस बार भी श्वेता ने थोड़ा विरोध किया लेकिन फिर भी मैंने उसके दोनों मम्मे दबाने चालू रखे।
अब सामने ब्लू-फिल्म चालू देखकर श्वेता भी गर्म हो गई थी इसलिए कुछ नहीं बोल रही थी।
मैंने थोड़ी देर गाऊन के ऊपर से ही उसके मम्मे सहलाए।
थोड़ी देर बाद मैंने उसका गाऊन नीचे से उठाया तो उसने भी हाथ ऊपर करके गाऊन निकालने में मेरा सहयोग दिया।
श्वेता ने अन्दर सफ़ेद रंग की ब्रा और गुलाबी पैन्टी पहनी थी। श्वेता को पहली बार ब्रा और पैन्टी में देख कर मेरा लंड और सख्त हो गया और मैं श्वेता के मम्मे दबाते-दबाते उसे चूमने लगा।
अब मैं पीछे से ही एक हाथ से उसके मम्मे दबाने लगा और दूसरा हाथ उसकी चूत पर फिराने लगा। उसके मुँह से सिसकारियाँ निकलने लगीं।
मैं और जोर से उसके मम्मे दबाने लगा तो उससे रहा न गया और वो मेरे तरफ मुड़ गई तो मैंने अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए और जोरों से चूमने लगा, वो भी मेरा सहयोग करने लगी।
अब मैंने धीरे से उसकी ब्रा का हुक निकाला और उसकी पीठ पर हाथ फेरने लगा। मैंने देखा तो उसके मम्मे बहुत बड़े थे। शायद उसकी मां से भी बड़े। जैसे दो बच्चे की मां के होते हैं ठीक उतने बड़े!
आज तक बाहर से मुझे कभी अंदाज नहीं आया था, शायद वो कम नंबर की ब्रा पहन कर उन्हें दबा कर रखती थी, क्योंकि जैसे ही मैंने ब्रा खोली वैसे ही उसके मम्मे उछलते हुए बाहर आए।
Hindisexstories
मैंने मेरा मुँह उसके बाएं निप्पल पर रख दिया और उसे जोरों से चूसने लगा। श्वेता भी मेरा सर पकड़ कर जोरों से अपने मम्मों पर दबा रही थी।
मम्मे चूसते-चूसते मैंने एक हाथ उसकी पैन्टी के अन्दर डाल दिया और उसकी चूत पर फिराने लगा। उसकी चूत गुलाब के फूलों जैसी मखमली और एकदम गरम लग रही थी।
मैं एक उंगली उसकी चूत में घुमाने लगा।
अब श्वेता के निप्पल कुछ सख्त होने लगे थे और उसकी चूत भी गीली हो गई थी।
श्वेता अब ज्यादा उत्तेजित हो गई थी और मेरा पूरा साथ दे रही थी। उसके मुँह से बहुत सेक्सी आवाजें निकल रही थी, वो ‘उऊऊ उम्म्ह … अहह … हय … ओह … ह्ह … अययईईई …’ जैसी आवाजें निकाल रही थी।
उसकी चूत देखे बिना मुझसे रहा नहीं जा रहा था और उसकी चूत की मादक गन्ध ने मुझे पागल कर दिया था। इसलिए मैंने उसे लिटा दिया और तुरंत उसकी पैन्टी उतार फेंकी।
अब उसकी चूत मेरे आंखों के सामने थी, बहुत ही प्यारी थी उसकी चूत, करीब दो इंच लम्बा चीरा था, उसकी चूत के होंठ बहुत ही प्यारे थे और उस पर एक भी बाल नहीं था।
शायद उसने एक दिन पहले ही उसकी सफाई की थी।
मैंने अपना मुँह उसकी चूत से लगा दिया और जोर से उसकी चूत चूसने लगा।
अब श्वेता के मुँह से और ज्यादा आवाज निकलने लगी और थोड़ी देर बाद श्वेता झड़ने लगी। मैं उसका सारा पानी पी गया, उसका स्वाद बहुत अच्छा था।
मैंने उसकी चूत चूसना चालू रखा तो कुछ ही देर में श्वेता फिर गर्म हो गई।
Hindisexstories
अब उसने खड़े हो कर मेरे सारे कपड़े एक मिनट में ही निकाल फेंके और नीचे बैठकर मेरा लंड चूसने लगी।
कुछ देर बाद मैं उसके मुँह में ही झड़ गया और हम थोड़ी देर लेटे रहे।
फिर थोड़ी दर बाद मैंने फिर से उसकी चूत पर हाथ फेरना शुरू किया और मम्मे चूसने लगा, जल्द ही वो फिर से गर्म हो गई।
मेरा लंड भी फिर से खड़ा हो गया था और श्वेता की चुदाई के लिए तैयार था। अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था। मैं अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा।
अब श्वेता को भी बर्दाश्त नहीं हो रहा था, वो भी जोर-जोर से कहने लगी- वीरेन … अब रहा नहीं जाता … फाड़ दे मेरी चूत को फाड़ दे.
मैंने अपना लंड पकड़ा और उसकी चूत के मुँह पर ठीक से रखा और धीरे से एक धक्का लगाया तो मेरा लंड सिर्फ थोड़ा सा अन्दर गया और श्वेता जोरों से चीख पड़ी।
तुरंत मैंने अपना मुँह उसकी मुँह पर रख दिया और जोरों से पांच-छ धक्के लगाए तो मेरा लंड पूरा अन्दर घुस गया।
मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाना शुरू रखा.
Hindisexstories
थोड़ी देर बाद श्वेता का दर्द कम हुआ तो मैंने अपना मुँह उसके मुँह से हटा दिया और अब उसके मम्मों पर रख दिया और उन्हें चूसते-चूसते धक्के लगाता रहा।
लगभग पंद्रह मिनट तक धक्के लगाने के बाद श्वेता ने मुझे कसके पकड़ लिया और अपने पैरों को मेरी गांड के ऊपर कस दिया।
मैं समझ गया कि श्वेता की चूत का पानी निकलने वाला है, मैंने भी अपनी गति बढ़ा दी।
अब उसके मुँह से सिसकारियाँ निकल रही थी।
अचानक उसका बदन ऐंठने लगा और उसने मुझे कस कर पकड़ लिया।
इसी बीच मेरे लंड से भी गर्म वीर्य का लावा निकल कर उसकी चूत में भरने लगा, हम दोनों एक साथ झड़ गए।
उस रात श्वेता को मैंने 3 बार जी भर कर चोदा और दूसरे दिन भी श्वेता मेरे साथ ही सोई।
अब मैं श्वेता को कभी भी चोद सकता हूँ।
[email protected]
उम्मीद है कि मेरी यह भाई बहन सेक्स की कहानी सभी को पसंद आई होगी। आपको मेरी यह सेक्स की कहानी लगी मुझे Telegram पर ज़रूर बताये में आपके comment और message का इंतज़ार करूगा. इसके अलावा आप कहानी पर नीचे कमेंट करके भी अपनी राय दे सकते हैं. और नई सेक्स स्टोरी और video को देखने के लिये Telegram ग्रुप को join कर सकते है.
Read in English
Moseri Behan ke saat Sex ka Aanad Hindisexstories
Hindisexstories: This story is about siblings sex. I woke my aunt’s young daughter to sex and fuck her. At first he considered my actions bad but then…
My name is Viren, age 25, I have been working in Pune for 3 years in software engineering.
My aunt also lives in the stone area in Pune. They have two daughters, no sons. Elder daughter Shweta is 25 years of age and younger Nisha is 21 years old.
Shweta’s figure is like Ayesha Takia, big mummies and big aft, which makes me feel bad.
When she walks, my cock gets erect immediately after seeing her slapping ass and Hindisexstories.
I have also studied engineering from Pune, so I have been living in Pune for the last 7 years. I have to go to my aunt’s house sometimes during the last days of the week. Since then, I like Shweta but I never dared to speak my mind to her Hindisexstories.
I was in the village before coming to the city for engineering, so I had less habit of talking to girls.
My warts are in government jobs, so they live in government houses. Warts and aunts sleep in one bedroom and Shweta and Nisha in another the Hindisexstories.
When I go to my aunt’s house, I sleep on the bed with them in Shweta and Nisha’s room. The bed in their room is quite large and 3 people can sleep comfortably on it like v
Shweta used to get up late due to being a bit lazy. I used to keep looking at Shweta when I got up early in the morning.
Hindisexstories
In the morning, her gown used to go up a little, so that I would see Shweta’s thighs and also her ass on which the traces of the trunks were visible due to the gown clinging.
Sometimes her mummé was also visible when her gown top button was opened the Hindisexstories.
After getting up, I looked for Shweta to go for a bath and I would put my number as soon as she came out after taking bath but Hindisexstories.
Going inside the bathroom, I used to put her bra on the gown and hang it on the hanger and suck her mummies.
The intoxicating smell of my sister’s panty drove me crazy. While kissing her panty, I used to beat my mouth while taking siblings sex and remove all my semen like Hindisexstories.
Once, I told Shweta that I sometimes drink alcohol. After that whenever I sms him at night, Shweta used to think that I sms Daru PK.
One day in 2009, I smiled to Shweta then she said- do you think you drink more?
Whereas I never climb a liquor. I thought I take advantage of this and I smashed Shweta, ‘Today there is no one on the room, if you were in the room now, you would have fun!’
I thought this would make a little talk and Shweta would start thinking about me too.
Hindisexstories
But its effect backfired, Shweta scolded me, I asked her – that SMS was not for her, she had sent it by mistake.
And said sorry to him so as not to tell anyone the Hindisexstories.
After this, I gave up the idea of fucking siblings, Shweta, and thinking about her, I was happy to kill her.
After engineering, I got a job in Pune itself, meanwhile, Shweta also did B.Com. Completed and started job in call center for Hindisexstories.
One day aunt and aunt had to go out for two days for some urgent work, then aunt called me and asked to come home for two days to sleep then Hindisexstories.
So I immediately said ‘yes’ and the mind became very happy for Hindisexstories.
I had made up my mind that in these two days I will have sex with some siblings.
At night, I reached my aunt’s house. There was only Nisha at home and Shweta used to come at two o’clock at night like Hindisexstories.
I had dinner with Nisha and after talking for a while Nisha fell asleep.
Now I started looking forward to Shweta’s arrival. I started thinking of ways to impress Shweta.
I knew that after coming to Shweta, she spends time on her computer before sleeping then Hindisexstories.
So I took out my laptop, changing the wallpaper of her screen, I put a photo of a naked girl there.
Hindisexstories And of all the siblings who had sex blue-films in my laptop, the one named ‘Fucking Cousin / Sister’ kept them on the desktop so that they would show up immediately when the laptop was turned on.
I placed my laptop very close to Shweta’s computer and I started looking for two o’clock.
Hindisexstories
And of all the siblings who had sex blue-films in my laptop, the one named ‘Fucking Cousin / Sister’ kept them on the desktop so that they would show up immediately when the laptop was turned on.
I placed my laptop very close to Shweta’s computer and I started looking for two o’clock.
At two o’clock Shweta called me to open the door.
I opened the door and pretended to be asleep, I slept on Nisha’s side. I knew that if I did not pretend to be asleep, Shweta would ask me to sleep in my aunt’s room and my plan would fail for Hindisexstories.
Shweta went to freshen up so I deliberately put one hand on Nisha’s mamme and feet on pussy. Nisha was fast asleep, so she did not know.
I was going to accept Shweta today. When Shweta came in fresh, I caught Nisha further by pretending to be sleepy, seeing Shweta removed me a bit from her and went to the computer. He felt that I was asleep for Hindisexstories.
There he saw my laptop, then turned on my laptop instead of the computer in Hindisexstories.
My plan started right. I thought that if all goes according to plan, today my work can be done.
When I looked through the door, Shweta was watching that blue film. I thought that after seeing this, she will understand that in America and elsewhere, cousins and siblings also have sex, so why not stay here!
I noticed that after a while, Shweta put one hand in her pussy and was pressing her mamma with the other hand. Here my condition was getting worse, so I lay down on the bed.
Hindisexstories
After a while Shweta came and slept on my side. After an hour, I started turning my hands on her mother, so she woke up, she understood that I am pretending to sleep.
Angry, she woke me up and took me to the side room. I apologized to him as soon as I moved to another room like Hindisexstories.
She said that she will forgive on one condition only, if she does not agree, she will tell everyone.
I said yes without condition.
He said – he wants all the blue-films from my laptop.
I immediately brought a laptop and pendrive. He told me to copy only good films, so I said – you see yourself and choose your choice but Hindisexstories.
So she agreed. I turned on a cool movie where the boy was having sex with his sister.
He told me – do any siblings have sex?
So I told him the false stories of my relatives’ siblings sex.
I understood that Shweta is a little happy to hear this and has started thinking of having sex with me and enjoy Hindisexstories.
The blue-film was on and Shweta also got hot.
Shweta wore a pink gown whose throat was slightly lower and her mummies were slightly visible.
Seeing the blue-film and Shweta in front of me, my cock was erect and I could not control, so I quickly grabbed Shweta from behind and started waving at her mamme.
Hindisexstories
This time also Shweta protested a little, but still I kept pressing both her mamma.
Now seeing Shweta on the blue-film in front, Shweta was also hot, so she was not saying anything.
I caressed her mummies from the top of the gown for a while then Hindisexstories.
After a while, I raised his gown from below, so he also helped me to lift the gown by raising my hand on Hindisexstories.
Shweta wore a white colored bra and pink panty inside. Seeing Shweta for the first time in bra and panty, my cock became more hard and I started kissing her while pressing Shweta’s mamma.
Now I started pressing her mamma with one hand from behind and waving her other hand on her pussy. Siskaria started coming out of his mouth but Hindisexstories.
I started pressing her mamma harder and she could not keep up with it and she turned towards me, so I put my lips on her lips and started kissing with a lot, she also started supporting me.
Now I slowly took out the hook of her bra and started turning my hand on her back. I saw that his mummies were very big. Probably older than his mother. Just like a mother of two is just as big!
Till date I had never guessed from outside, maybe she was wearing a low number bra and kept pressing it, because as soon as I opened my bra, her mum came out bouncing.
Hindisexstories
I put my mouth on her left nipple and started sucking it vigorously. Shweta was also holding my head and pressing on her moms with great emphasis.
While sucking Mmme, I put one hand inside her panty and started to move her pussy. Her pussy looked velvety and very hot like rose flowers the Hindisexstories.
I started to put a finger in her pussy.
Now Shweta’s nipples were getting harder and her pussy was also wet.
Shweta was now more excited and was supporting me. Very sexy voices were coming out of her mouth, she was emitting sounds like ‘Uuu Ummh… Ahhh… Hahh… Oh… Hhh… Aayeeeeeeeeee…’.
Without seeing her pussy, I was not going to stay and the intoxicating smell of her pussy drove me crazy. So I laid her down and threw her panty off immediately like Hindisexstories.
Now her pussy was in front of my eyes, her pussy was very cute, there was an incision about two inches long, her lips were very cute and there was no hair on it.
Perhaps he had cleaned it a day before.
I put my mouth to her pussy and started sucking her pussy vigorously.
Now more voices started coming out of Shweta’s mouth and after a while Shweta started falling. I drank all his water, it tasted great.
I kept on sucking her pussy, then Shweta got hot again in a while.
Hindisexstories
Now he stood up and took off all my clothes in a minute and sat down and started sucking my cock.
After some time I fell in his mouth and we lay down for a while.
Then after a while, I again started to put my hand on her pussy and started sucking Mamme, soon she became hot again.
My cock was also erected again and was ready for Shweta’s fuck. I could not bear it now. I started rubbing my cock on her pussy.
Now Shweta was not tolerated, she also started saying loudly – Viren… now it is not going… tear it and tear my pussy.
I grabbed my cock and placed it properly on the mouth of her pussy and gently pushed one, then my cock went just a little bit and Shweta screamed loudly.
Immediately I put my mouth on his mouth and with five-six blows in full swing, my cock penetrated all over.
I started to push slowly.
Hindisexstories
After a while Shweta’s pain subsided, then I removed my mouth from her mouth and now put it on her mummies and kept sucking them while sucking them.
After striking for about fifteen minutes, Shweta held me tightly and tightened her legs above my ass.
I understood that Shweta’s pussy water is going to come out, I also increased my speed.
Now Siskaria was coming out of his mouth.
Suddenly his body started twitching and he held me tightly.
Meanwhile, lava of hot semen came out from my cock and started filling it in her pussy, we both fell together.
That night I got Shweta full thrice and Chweta slept with me the next day too.
Now I can fuck Shweta anytime.
[email protected]
Hopefully everyone will like this siblings sex story. You got this story of my sex, I must tell you on Telegram, I will wait for your comment and message. Apart from this, you can also give your opinion by commenting on the story below. And you can join Telegram group to see new sex story and video.
Read more Real Sex Stories-
Antarvasna2 मेरी फुफेरी बहन की चुदाई 1 Best Sex Story