भतीजे ने चाची की चूत की प्यास बुझाई Antarvasna 2
Antarvasna 2: मैं अपने गांव में छुट्टी बिताने गया. रात को मैंने सेक्सी चाची को चाचा से चुदते देखा. चाचा उनकी वासना शांत नहीं कर पाए. मैंने चाची की चूत की चुदाई कैसे की?
दोस्तो, मेरा नाम पी.के. है। मैं मुम्बई से हूं और 20 साल का हूं। मैं दिखने में साधारण और स्वीट हूं। हाइट भी ज्यादा नहीं है. मेरी हाइट 5.4 फीट है, रंग का सांवला हूं. मेरे लंड का साइज भी औसत ही है जो किसी लड़की को संतुष्ट करने के लिए काफी है.
वैसे तो मैं इस साइट की कहानी हर रोज पढ़ता हूं. उसमें से कुछ एकदम सच्ची तो कुछ झूठी लगती हैं। वैसे तो मैंने कम से कम 15 से ऊपर लड़कियों के साथ ऊपर से मजा किया है.
जितनी लड़कियों से मैं मिला हूं उनमें से 3 को चोद चुका हूं. बाकी लड़कियों की चुदाई भी हो सकती थी मगर मौका नहीं मिल पाता था. कभी जगह नहीं मिलती थी तो कभी कोई लड़की तैयार नहीं हो पाती थी.
इस कहानी के बारे में बात करूं तो यह कहानी मेरी चाची की है. मेरी चाची का नाम कोमल है. वह गांव में ही रहती है. वह 36 साल की है. दिखने में वो सांवली सी है. मगर उसका 34-28-36 का फिगर मुझे बहुत पसंद है.
उसके बदन को भगवान ने इस तरह से तराशा है कि उसको देख कर बूढ़े भी अपना लंड हिलाने के लिए मजबूर हो जायें. वो एकदम से भरे हुए बदन की है. कभी कभी मैं भी उनको देख कर लंड हिला लिया करता था. यही सोचा करता था कि काश एक बार उसकी चूत चोदने के लिए मिल जाये.
कुछ दिन पहले ही मैं दिवाली की छुट्टी में घूमने के लिए गया हुआ था. मेरे दिमाग में हर वक्त चूत चुदाई की बात ही चलती रहती थी. यहां तक कि जब मैं बस से अपने गांव जा रहा था तो यही सोच रहा था कि रास्ते में भी कोई चूत चोदने के लिए मिल जाये.
Antarvasna 2
सुबह मैं 5 बजे निकला और 6-7 घंटे के सफर के बाद मैं गांव पहुंचा। मुझे देखकर सब घर वाले खुश हो गये। गांव के घर में मेरी दादी, चाचा, चाची और उनके दो लड़के रहते हैं।
चाची को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे कोई काम की देवी साक्षात इन्सान का रूप लेकर मेरे सामने उतर आई हो.
उसने गर्मजोशी से मेरा हालचाल पूछा. वो मेरे गाल पर हाथ फिरा रही थी.
जैसे ही उनके हाथ का स्पर्श मिला मेरे लिंग महाराज उनकी गर्म चूत के स्वागत के लिए पैंट में ही खडे़ हो गये. मेरा दिल करने लगा कि चाची को यहीं पर लिटा कर चूम लूं.
कुछ देर बातें होने के बाद मुझे नाश्ता कराया गया और फिर मैं आराम करने के लिये अंदर चला गया. लेटते ही मुझे नींद आ गयी. जब शाम को उठा तो दादीजी मंदिर चली गयी थी.
मेरे चाचा के बारे में पूछा तो वो खेत में जा चुके थे. उनके बच्चे कहीं बाहर खेल रहे थे. मैंने सोचा कि चाची के करीब जाने का यही मौका है. जब मैं उनके पास गया तो वो हँस हँस कर बात कर रही थी.
उनकी मस्त गोल चूचियों को देखते हुए मेरी नजर उनके पूरे जिस्म का नाप ले रही थी. मैं उनकी गांड को अपनी नजरों से स्कैन कर रहा था. एकदम से उठी हुई गोल गांड थी चाची की। मन कर रहा था कि हाथ से उनके चूतड़ों को दबा दूं.
फिर मैं घर के काम में उनका हाथ बंटाने लगा. इसी बहाने से उनके चूतड़ों को छूने का मौका भी मिल गया. वो कुछ नहीं बोली. उसके बाद मैं बाहर टहलने के लिए चला गया.
रात में सब इकट्ठा होकर बात कर रहे थे. सब अपना-अपना प्लान बता रहे थे, मैंने सुना कि चाचा को मेरी बुआ के यहां जाना था. वो 2 दिन के लिए जाने वाले थे. उनके साथ ही बच्चे भी जाने वाले थे.
Antarvasna 2
जैसे ही ये खुशखबरी मेरे कानों में पड़ी तो मेरी खुशी का ठिकाना न रहा. फिर रात में हम लोग खाना खाकर सो गये. मगर मेरी तो आंखों की नींद जैसे उड़ ही गयी थी. मुझे बस चाची की चूत ही दिखाई दे रही थी.
उनके बारे में सोचते हुए ही लंड खड़ा हो गया. उसके बाद मैंने अपने लंड को हिलाना शुरू कर दिया. जब तक लंड का वीर्यपात न हुआ तो उसको चैन नहीं मिला. कुछ देर के लिए मेरी वासना शांत हो गयी. मगर पेट नहीं भरा.
थोड़ी ही देर के बाद लंड में फिर से तनाव आ गया. मैं फिर से लंड को हिलाने लगा. अबकी बार मैंने सोचा कि उठ कर देखता हूं कि चाची के दर्शन ही हो जायें. चाचा और चाची का कमरा अलग था. मैं उठा और उनके कमरे की ओर चल पड़ा.
रात के लगभग एक बजे का समय हो गया था. चुपके से मैं पहुंच गया चाची को देखने. उनके कमरे का दरवाजा आधा खुला हुआ था. मैंने उसमें से अंदर झांकने की कोशिश की. मैंने जैसे ही अंदर का नजारा देखा तो मैं ठिठक सा गया. मैंने देखा कि चाचा एकदम से नंगे होकर मेरी नंगी चाची के ऊपर चढ़े हुए थे. उनकी चूत में धक्के लगा रहे थे.
चाची बस लेट कर उनको देख रही थी. मैं भी उनकी चुदाई को वहीं पर खड़ा होकर देखने लगा. कुछ ही पलों के बाद चाचा हांफते हुए चाची के ऊपर गिर पड़े. फिर वो साइड में लेट गये.
उसके बाद चाची ने अपनी चूत को अपनी उंगली से सहलाना शुरू कर दिया. शायद चाची की चूत की भूख नहीं मिटी थी. रात की हल्की रौशनी में चाची की चूत साफ तो नहीं दिख रही थी. मगर पता जरूर चल रहा था कि चाची चूत में उंगली से सहला रही है.
कुछ देर के बाद चाची शांत हो गयी. फिर वो उठकर बाथरूम की ओर आने लगी और मैं दबे पांव वहां से निकल लिया. कमरे में जाकर मैंने लंड को अपने हाथ से रगड़ा और एक बार फिर से वीर्य की पिचकारी छोड़ी. अब मैं चाची की चूत के पगला गया था. मैं कैसे भी करके चाची की चूत चोदना चाह रहा था.
Antarvasna 2
सुबह फिर उठा तो चाचा जाने की तैयारी कर रहे थे. दादी मंदिर जाने वाली थी. मैं भी नहाने की तैयारी करने लगा. मैंने अपने कपड़े उतार लिये. चाची मेरे लिये गर्म पानी लेकर आयी. मैं चाची के सामने ही अंडरवियर में नहाने लगा.
मेरा हाथ मेरी पीठ पर नहीं पहुंच रहा था. जब चाची ने देखा कि मैं परेशान हो रहा हूं तो वो मेरे पीछे आकर मेरी पीठ पर साबुन मलने लगी. उनका स्पर्श पाते ही लौड़ा तन गया.
चाची मेरे तने हुए लंड को देख रही थी. वो बातों ही बातों में कहने लगी कि तू बड़ा हो गया है. अब तेरी शादी कर देनी चाहिए. उसके बाद वो हँस कर चली गयी.
फिर दादी से मैंने गांव घूमने की फरमाइश की. दादी ने चाची को कह दिया. शाम का वक्त तय हो गया. उसके बाद मैं अपने कमरे में चला गया. शाम को दादी ने चाची को आवाज देकर कहा कि मुझे गांव दिखा दे.
चाची मेरे कमरे की ओर आने लगी. मैंने पहले ही आवाज सुन ली थी. मैं सोने का नाटक करने लगा. मैंने अपने लंड को अपनी पैंट से थोड़ा सा बाहर कर लिया. उसके ऊपर पतली सी चादर डाल ली ताकि लंड की शेप दिख जाये.
चाची मेरे कमरे में आई. मैंने हल्की सी आंखें खोल कर देखा तो वो मेरे लंड की ओर देख रही थी. फिर वो करीब आ गयी. उसने मेरे लंड के ऊपर से चादर हटा दी. मेरे लंड को सूंघने लगी.
उसकी खुशबू लेने के बाद फिर वो चली गयी.
कुछ देर के बाद वो मेरे कमरे में दोबारा से आई. मैंने सोचा कि अबकी बार वो मेरे लंड को छूने की कोशिश करेगी. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. वो फिर से चली गयी. उसके बाद मैंने लंड को अंदर कर लिया.
पांच मिनट के बाद चाची मेरे कमरे में आवाज देती हुई मुझे उठाने लगी, मुझे कहने लगी- तुम्हें गांव घुमाकर लाती हूं.
मैं उनके साथ खेतों की ओर निकल गया. चाची के चेहरे पर आज मुझे चमक सी लग रही थी.
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हमारे गांव के खेत गांव से थोड़ी दूरी पर हैं. वहां पर ज्यादा आवागमन नहीं रहता. इक्का दुक्का लोग ही दिखाई देते हैं. हमारे खेत में एक स्वीमिंग पूल टाइप का होद भी बना हुआ था.
चाची वहां पर पास में बने झोपड़े में पशुओं को चारा डालने लगी. मेरा मन नहाने को करने लगा और मैंने चाची से कहा.
चाची बोली- मुझसे क्या पूछ रहा है, अगर मन है तो नहा ले.
मैंने कहा- मैं कपड़े नहीं लेकर आया.
वो बोली- तो फिर कपड़े निकाल कर नहा ले. यहां पर तुझे कौन देख रहा है?
मैं बोला- आप भी तो हो.
चाची हँसते हुए बोली- मैंने तो बचपन में बहुत बार तुझे नंगा देखा हुआ है.
मैंने कहा- मगर अब मैं बड़ा हो गया हूं.
वो बोली- कोई नहीं, तू नहा ले, मैं मुंह फेर लेती हूं.
उनके कहने पर मैंने सारे कपड़े निकाल दिये और होद में कूद गया. कुछ देर के बाद मैंने बाहर आने के लिए सोचा. अब मेरे पास सही मौका था. मैं चाची को बिना बताये ही होद से बाहर आ गया.
चाची मेरे लंड को देखने लगी और बोली- कितना बेशर्म हो गया है तू. ऐसे ही नंगा बाहर आ गया.
मैंने कहा- आप ही तो कह रही थी कि आपने मुझे नंगा देखा हुआ है.
फिर मैं अंदर चला गया. चाची भी अंदर आ गयी. मैं अपने बदन को सुखाने लगा. चाची चोर नजर से मेरे लंड को ताड़ रही थी. मेरा लंड खड़ा होने लगा था. चाची का मुंह दूसरी ओर था.
मैं चाची के पास गया और उनकी गांड पर लंड को लगा दिया.
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चाची जैसे ही पलटी तो मैंने उसको बांहों में भर लिया.
वो बोली- क्या कर रहा है, छोड़ मुझे!
मैंने कहा- आप भी तो यही चाहती हो. इतने देर से मेरे लौड़े को देख रही हो.
मैंने चाची के होंठों पर होंठों को रख दिया और उनको चूसने लगा. चाची मुझे हटाने लगी और कहने लगी- ये पाप है.
मगर मैंने उनको नहीं छोड़ा. मैं चाची की चूचियों को दबाने लगा.
कुछ ही देर में चाची ने मेरा साथ देना शुरू कर दिया. चाची गर्म होने लगी थी. मेरा काम बन रहा था.
मेरा लौड़ा तन गया. चाची ने मेरे लंड को पकड़ लिया और उसको हाथ में लेकर हिलाने लगी.
मैंने पूछा- चाची इतना नाटक क्यों कर रही थी. आपको इतना मजा आ रहा है.
वो बोली- मैं तो अपनी भूख मिटाना चाहती हूं. तेरे चाचा मुझे गर्म करके छोड़ देते हैं. उनके लंड से शांत नहीं हो पाती हूं मैं.
मैंने चाची के ब्लाउज को खोल लिया और उनके चूचे चूसने लगा। चाची आहें भर रही थी- उम्म्ह… अहह… हय… याह… चूसो… और जोर से… पूरा निचोड़ो मेरी चूचियों को. इनका दूध निकाल दो.
चाची की चूचियों को दबाते हुए मैं निप्पलों को चूसने लगा. उनके चूचे बहुत बड़े थे. मेरे मुख में नहीं आ रहे थे. दोनों चूचों को हाथ में लेकर उनकी अच्छी मालिश कर रहा था.
अपनी उम्र से बड़ी औरत के साथ अलग ही मजा मिल रहा था मुझे. फिर एकदम से चाची नीचे झुकी और मेरा लंड मुंह में लेकर चूसने लगी. मैं तो आनंद में गोते लगाने लगा. चाची मेरे लंड को जोर जोर से चूसने लगी.
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लंड को चूसते हुए वो एक हाथ से मेरे गोटे सहला रही थी. एक बार तो मुझे लगा कि मैं ज्यादा देर टिक नहीं पाऊंगा. मैं उनके मुंह को पकड़ कर चोदने लगा.
दो मिनट बाद ही मैंने चाची के मुंह में पिचकारी मार दी. चाची के मुंह में मेरा रस भर गया.
उसके बाद चाची को वहीं घास के ढेर पर लेटाया और उनके चूचे मैं जोर जोर से चूसने लगा. कुछ टेस्ट तो नहीं आ रहा था मगर दबाने और चूसने में मजा आ रहा था. वो मेरे सोये हुए लंड को सहला रही थी.
फिर मैंने उनकी साड़ी ऊपर की और उनकी पैंटी निकाल कर बाहर फेंक दी. मैं उनकी चूत को सूंघने लगा. बड़ी ही मादक खुशबू आ रही थी.
दोस्तो, मुझे चूत और गांड का छेद चूसना-चाटना बहुत पसंद है. दिन भर भी मिल जाये तो चाटता रहूं मैं उस छेद को अपनी जीभ से।
मैंने चाची की घुंघराले बालों वाली चूत पर मुंह रखा और उसको चाटने लगा. मुझे नमकीन स्वाद आने लगा. मैं अपनी उंगलियों से उसकी भग्नासा को सहला रहा था. बीच बीच में मैं उनकी चूत के अंदर तक जीभ घुमा रहा था.
चाची मेरे मुंह को अपनी चूत पर दबाने लगी थी. उसकी चूत भट्टी की तरह गर्म हो गयी थी. चाची सिसकार उठी- आह… मेरे चोदू भतीजे… और चाटो… आह्ह… मजा आ रहा है… उम्म… आह… हम्म… चूस जा इसको मेरे लाडले।
थोड़ी देर की चुसाई के बाद चाची की चूत ने माल छोड़ दिया. मैंने चाची की चूत के माल के साथ ही गांड के छेद को भी चाट डाला. उसके बाद मैं उनके बगल में लेटा और वह मेरे खड़े हो चुके लंड को सहलाने लगी.
उनके चेहरे पर एक अलग ही संतुष्टि और मुस्कान आ गयी थी. चाची ने फिर से मेरे लंड को मुंह में लिया और चूसने लगी. 1-2 मिनट तक लंड को चुसवाने के बाद मैंने उनको घोड़ी वाली पोजीशन लेने के लिए कहा.
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फिर मैंने उनकी चूत पर लंड को सेट किया और धक्का लगा दिया. मेरा लंड गच्च से चाची की चूत में घुसता चला गया. पूरा का पूरा लंड चाची की चिकनी चूत में समा गया. चाची के मुंह से सीत्कार निकलने लगे.
अब वो अपनी गांड को हिलाते हुए चुदाई का इशारा करने लगी और मैंने चाची की चूत में धक्के लगाने शुरू कर दिये. चाची की चुदाई शुरू हो गयी. वो मजे से चुदाई का आनंद ले रही थी.
मेरा लंड जैसे पिस्टन की तरह अंदर बाहर हो रहा था. चाची की गांड पर मेरे आण्ड लग रहे थे. पांच मिनट की चुदाई के बाद मैंने आसन बदल लिया. चाची को चित लेटाया और उनके दोनों पैर मेरे कंधे पर लेकर चूत में मैं लंड डालकर चोदने लगा.
चाची की चूत में लंड डालकर मैं चाची के होंठों को पीने लगा. इतना मजा कभी मेरी गर्लफ्रेंड की चुदाई में भी नहीं आया था मुझे. उस दिन मुझे पता लगा कि उम्र के साथ अनुभव कैसे बढ़ता चला जाता है. चाची के साथ चुदाई का अलग ही मजा मिल रहा था.
फिर 5-6 मिनट बाद मेरा सारा का सारा माल मैंने चाची की चूत में छोड़ दिया और मैं चाची पर निढाल होकर गिर गया. थोड़ी देर लेटने के बाद मैंने चाची की तरफ देखा. वह मेरी ओर देखते हुए मुस्करा रही थी।
ऐसा लगा जैसे चाची मेरे द्वारा की गयी चुदाई से काफी संतुष्ट हो गयी है. उसके बाद हम कपड़े पहनकर घर लौट आये और उस दिन के बाद हम दोनों के बीच में चुदाई का सिलसिला चल पड़ा.
10-12 दिन मैं गांव में रहा. उस दौरान मैंने 6-7 बार चाची की चुदाई की. मौका मिलते ही मैं उनको पेलता था।
अब जब भी अगली बार गांव में जाऊंगा तब जमकर चाची की चूत को चोदूंगा. आपके साथ भी आगे की घटनाएं शेयर करूंगा.
Antarvasna 2
आपको मेरी यह सेक्सी कहानी कैसी लगी इसके बारे में अपने विचार जरूर मुझे बतायें. पहली बार सेक्स स्टोरी लिखी थी तो अनुभव नहीं था इसलिए गलती पर ध्यान न दें.
अपनी राय आप मुझे नीचे दी गयी मेल आईडी पर भेज सकते हैं.
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Bhatije ne chachi ki chut ki pyaas bhujahi – Antarvasna 2
Antarvasna 2: I went to spend a vacation in my village. At night, I saw sexy aunty fucking her uncle. Uncle could not calm his lust. How did I fuck aunty’s pussy?
Friends, my name is PK is. I am from Mumbai and 20 years old. I am simple and sweet in appearance. The height is not too much. My height is 5.4 feet, am a dark gray. The size of my penis is also average, which is enough to satisfy a girl Antarvasna 2.
By the way, I read the story of this site everyday. Some of it looks very true and some false. By the way, I have had fun with girls above 15 at least.
Of all the girls I have met, I have had 3 of them. The rest of the girls could also have sex but could not get a chance. Sometimes a girl would not be able to get a place if she did not get a place then Antarvasna 2.
Talking about this story, this story is of my aunt. My aunt’s name is Komal. She lives in the village. She is 36 years old. He is dark in appearance. But I like his figure of 28-28-36.
God has carved his body in such a way that even after seeing him, the old men are forced to move their cocks. She has a full body. Sometimes I used to shake cocks after seeing them. I used to think that once I wish to get her pussy for fucking like Antarvasna 2.
A few days ago I had gone for a holiday on Diwali. In my mind all the time, the matter of pussy fucking used to go on. Even when I was going to my village by bus, I was thinking that on the way, one can get some pussy for fucking.
Antarvasna 2
I left at 5 in the morning and after traveling for 6-7 hours I reached the village. All the people at home were happy after seeing me. My grandmother, uncle, aunt and their two boys live in the village house.
Looking at my aunt, it seemed as if some goddess of work had come down in front of me, taking the form of a person and Antarvasna 2.
He asked me warmly. She was turning her hand on my cheek.
As soon as he got the touch of his hand, my Linga Maharaj stood in the pants to welcome his hot pussy. It made me feel like lying here and kissing my aunt then Antarvasna 2.
After a brief talk, I was given breakfast and then I went inside to rest and Antarvasna 2. I fell asleep as soon as I lay down. When woke up in the evening, Dadiji went to the temple.
When asked about my uncle, he had gone to the farm. Their children were playing outside somewhere. I thought this is my chance to get closer to my aunt. When I went to them, she was laughing and talking about Antarvasna 2.
Looking at his cool round tits, my eyes were taking the measure of his entire body. I was scanning his ass with my eyes like Antarvasna 2. The aunt was completely uplifted. Wanted to press his handcuffs by hand.
Then I started sharing his hand in household work. With this excuse, they also got a chance to touch their fists. She did not say anything. After that I went for a walk outside and Antarvasna 2.
Everyone gathered together and talked. Everyone was telling their respective plans, I heard that uncle had to go to my aunt’s place in Antarvasna 2. He was to leave for 2 days. Along with them, children were also going to leave.
Antarvasna 2
As soon as this good news fell in my ears, my happiness would not remain there. Then we slept after dinner. But my eyes had blown away like sleep. I could only see aunt’s pussy like Antarvasna 2.
Thinking about them, Lund stood up. After that I started moving my cock. Until the ejaculation of cocks did not take place like Antarvasna 2. My lust subsided for a while. But the stomach was not full.
After a while, there was tension in the cocks again. I started moving cocks again. This time I thought that I would get up and see my aunt. The uncle and aunt’s room was separate. I got up and walked towards his room then Antarvasna 2.
It was almost past one o’clock in the night. I reached secretly to see aunt. The door of his room was half open. I tried to look into it. As soon as I saw the inside view, I was stunned. I saw that my uncle was completely naked and climbed on top of my naked aunt and Antarvasna 2. They were pushing into her pussy.
Aunt was just lying and watching them. I also began to see their fuck standing there. After a few moments, uncle fell on panting aunt. Then he lay down on the side for Antarvasna 2.
After that aunt started caressing her pussy with her finger. Perhaps aunt’s pussy was not hungry. The aunt’s pussy was not clear in the light of night. But it was definitely known that auntie is stroking her pussy and enoy Antarvasna 2.
After some time, Aunty calmed down and Antarvasna 2. Then she got up and started coming towards the bathroom and I got buried from there. Going into the room, I rubbed the cocks with my hand and left the semen at once for Antarvasna 2. Now I had gone crazy with aunty’s pussy. I was trying to fuck aunty’s pussy anyway.
Antarvasna 2
When he woke up again in the morning, uncle was preparing to go. Dadi was going to the temple. I also started preparing for bathing. I took off my clothes. Aunt brought me hot water. I started bathing in underwear in front of my aunt and Antarvasna 2.
My hand was not reaching my back. When aunt saw that I was getting upset, she came after me and started rubbing soap on my back. Aloda got tanned on receiving his touch and Antarvasna 2.
Aunt was looking at my taut cocks. She started saying that you have grown up. Now you should get married. After that she went away laughing like Antarvasna 2.
Then I asked my grandmother to visit the village. Grandmother told her aunt. The evening was fixed. After that I went to my room. In the evening, grandmother gave a voice to her aunt and asked her to show me the village then Antarvasna 2.
Aunt started coming towards my room. I had already heard the voice. I started pretending to sleep. I took my cock out of my pants a little bit. Put a thin sheet over it so that the shape of the cocks is visible for Antarvasna 2.
Aunt came to my room. I opened my eyes and looked at my cock. Then she came closer. He removed the sheet from the top of my cock. Started sniffing my cock. After taking her scent, she left again and Antarvasna 2.
After some time she came back to my room again. I thought that this time she will try to touch my cock. But nothing like this happened. She left again. After that I got the cock inside in Antarvasna 2.
After five minutes aunt started raising voice in my room, started telling me – I bring you through the village the Antarvasna 2.
I went out with them towards the fields. Today I could feel the glow on my aunt’s face.
Antarvasna 2
Our village farms are a short distance from the village. There is not much traffic there. Only a few people are visible. A swimming pool type body was also built in our farm.
Aunt started foddering animals in the nearby hut there. I started to take bath and I told my aunt.
Auntie asked- what is asking me, if you want to take a shower then Antarvasna 2.
I said – I did not bring clothes.
She said – Then take the clothes out and take a bath. Who is watching you here?
I said – you are too.
Aunty said while laughing- I have seen you naked many times in my childhood.
I said – but now I have grown up.
She said – no one, take a bath, I turn my face on the Antarvasna 2.
At his behest, I removed all the clothes and jumped into the body. After some time I thought to come out. Now I had the right opportunity. I came out of the cod without telling my aunt.
Aunt started looking at my cock and said- how shameless you have become. Nude came out just like this and Antarvasna 2.
I said you were saying that you have seen me naked.
Then I went inside. Aunty also came inside. I started drying my body. Auntie thief was eyeing my cock. My cock was getting erected. Aunt’s mouth was on the other side.
I went to my aunt and put cocks on her ass.
Antarvasna 2
As soon as my aunt turned around, I filled her in the arms.
What is she doing, leave me!
I said – you also want this. Been watching my Alore for so long.
I put lips on aunt’s lips and started sucking them. Auntie started removing me and started saying – this is sin.
But I did not leave them. I started pressing aunt’s pussy.
Shortly, aunt started supporting me. Aunty was getting hot. My work was being done.
My Aloda got tanned. Aunt caught my cock and started moving it with her hand.
I asked – why was the aunt doing so much drama. You are having so much fun
She said- I want to satisfy my hunger. Your uncle leaves me warm. I am not able to calm down with his cock.
I opened my aunt’s blouse and started sucking her cock. Auntie was sighing – Ummh… Ahhh… Hahh… Yah… Suck… and loudly… Squeeze my Tits. Pour out their milk.
I started sucking nipples while pressing aunt’s pussy. His feet were very big. I was not coming in my face. Taking both hands on hand was giving them a good massage.
I was having different fun with a woman older than my age. Then auntie immediately bent down and started sucking my cock with her mouth. I started diving in bliss. Aunty started sucking my cock hard.
Antarvasna 2
She was stroking my hand with one hand while sucking the cocks. Once I felt that I would not be able to last long. I started fucking him by holding his mouth. Two minutes later, I hit the piercing in my aunt’s mouth. My juice filled my aunt’s mouth.
After that aunt took her to the heap of grass there and I started sucking her pussy very hard. Some tests were not coming, but I was enjoying pressing and sucking. She was rubbing my sleeping cocks.
Then I put her sari up and took out her panties and threw them out. I started sniffing her pussy. Smells very intoxicating.
Friends, I love to suck and lick pussy and ass hole. Even if I get it throughout the day, I will keep licking it with my tongue.
I put my mouth on my aunt’s curly hairy pussy and started licking it. I started to taste salty. I was stroking her clitoris with my fingers. In between, I was moving my tongue inside her pussy.
Auntie was pressing my mouth on her pussy. Her pussy was heated like a furnace. Aunt Siskar woke up- ah… my chudu nephew… and lick… ahh… enjoying… umm… ah… hmm… go suck it up my dear.
After a while of aunty aunty’s pussy left the goods. I licked the ass hole with the goods of aunt’s pussy. After that I lay next to them and she started caressing my erected cocks.
There was a different satisfaction and smile on his face. Aunty took my cock in her mouth again and started sucking. After kissing the cocks for 1-2 minutes, I asked them to take a mare position.
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Then I set the cocks on her pussy and pushed. My cock penetrated into aunty’s pussy from Gucha. The entire cock of the whole asshole was covered in smooth pussy. The aunt’s mouth began to sit up.
Now she started to make a gesture of sex while shaking her ass and I started banging my aunt’s pussy. Aunt’s fuck started. She was enjoying chudai with fun.
My cock was getting inside like a piston. My ass was feeling on aunt’s ass. After five minutes of fucking, I changed my posture. Took my aunt and took both her legs on my shoulder and put cocks in my pussy.
Putting cocks in aunt’s pussy, I started drinking aunt’s lips. I never had so much fun in my girlfriend’s fuck. That day, I came to know how the experience progressed with age. Chudai was having a different fun with her aunt.
Then after 5-6 minutes I left all my goods in my aunt’s pussy and I fell down on my aunt. After lying down for a while, I looked at my aunt. She was smiling while looking at me.
It felt like Aunty was very satisfied with the fuck I had done. After that, we returned home wearing clothes and after that day, there was a process of sex between us.
I stayed in the village for 10-12 days. During that time I fucked aunty 6-7 times. I used to pay them as soon as I got a chance.
Now whenever I go to the village the next time, I will fuck my aunt’s pussy fiercely. I will share further events with you too.
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Please tell me your thoughts about how you liked this sexy story of mine. The first time I wrote a sex story, I had no experience, so don’t pay attention to the mistake.
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